जिले के राजेपुर थाना क्षेत्र के नरहां पानापुर में शिवहर के एक फाइनेंस कर्मी से एक लाख 81 हजार 580 रुपये की लूट होने की घटना पुलिस जांच में फर्जी साबित हुआ है।
उक्त मामले में एसपी कांतेश कुमार मिश्रा के निर्देश पर पकड़ीदयाल डीएसपी सुबोध कुमार के नेतृत्व में गठित एसआइटी ने जांच के बाद शिवहर स्थित फाइनेंस कंपनी के कलेक्शन एजेंट समस्तीपुर जिले के बगरा थाना क्षेत्र के धनंजय कुमार, ब्रांच मैनेजर रोहतास जिले के बघेला थाना क्षेत्र के दीपक सिंह, क्लस्टर मैनेजर समस्तीपुर जिले के बगरा थाना क्षेत्र के मुरादपुर बगराहा गांव के नीरज को गिरफ्तार किया है।
इस मामले का खुलासा करते हुए पकड़ीदयाल डीएसपी सुबोध कुमार ने बताया कि बीते पांच सितंबर की संध्या फाइनेंस कर्मी के द्वारा लूट की घटना की प्राथमिकी दर्ज करायी गयी। घटना के तकनीकी व वैज्ञानिक अनुसंधान में यह पाया गया कि बैंक के कलेक्शन एजेंट ने गबन के नियत से लूट की झूठी कहानी बनाकर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है। उन्होने बताया कि घटना के पूर्व 30 अगस्त को ऑडिट टीम ने जांच में फाइनेंस कंपनी के रुपये में कमी को पकड़ा। जिसके बाद विभागीय कार्रवाई से बचने के लिए तीनों ने लूट की झूठी कहानी बना दिया।कलेक्शन एजेंट, मैनेजर व क्लस्टर मैनेजर की गिरफ्तारी के बाद प्राथमिकी में दिखाये गये कैश में एक लाख 38 हजार 500 नकदी, मोबाइल व कंपनी के कागजात बरामद कर लिये गये हैं। तीनों कर्मियों ने पूछताछ में लूट की झूठी कहानी गढने में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है। जिसके उपरांत आवश्यक उन्हे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। छापेमारी टीम में डीएसपी के अलावे राजेपुर थानाध्यक्ष अनुज कुमार सिंह, पीएसआइ श्याम बिहारी सिंह, मनीष कुमार कुमार सशस्त्र बल के जवान शामिल थे।