पिता ने सिर-आखाें पर रखा, सीए बनकर नाम कमाना चाहती थी इकलौती बेटी कामाक्षी

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देहरादून में एक दर्दनाक सड़क हादसे ने एक परिवार के सपनों को चकनाचूर कर दिया। 20 वर्षीय कामाक्षी की मौत ने उसके माता-पिता को गहरे सदमे में डाल दिया है। कामाक्षी सीए बनकर अपने माता-पिता का नाम रोशन करना चाहती थी लेकिन हादसे ने उसकी सभी उम्मीदे खत्म कर दी।इस हादसे में कुणाल कुकरेजा की भी मौत हो गई जो गोवा में अपना जन्मदिन मनाकर लौटा था।

महज 20 वर्ष की उम्र में पिता को जीवनभर का दुख देकर कामाक्षी दुनिया से विदा हो गई। पिता के आंखों का तारा एकलौती संतान कामाक्षी को सिर-आंखों पर बैठाकर हर मुराद पूरी की जाती थी।

बीते 27 अक्टूबर हो शहर के एक नामी होटल में कामाक्षी ने परिवार के साथ जन्मदिन का जश्न मनाया था। पिता उसके लिए दुनिया की हर खुशी कदमों में रखना चाहते थे, तो कामाक्षी भी सीए बनकर नाम कमाना चाहती थी। उसके बड़े-बड़े सपने थे और उन्हें पूरा करने की ललक थी। पर किसी को नहीं पता था कि सड़क हादसे में इतनी कम उम्र में ही वह दुनिया से चली जाएगी।

बीकॉम कर रही थी कामाक्षी

दून के ओएनजीसी चौक पर देर रात हुए भीषण हादसे में कांवली रोड निवासी 20 वर्षीय कामाक्षी भी शामिल थी। वह ग्राफिक एरा से बीकॉम की पढ़ाई कर रही थी, इसके बाद उसने चार्टेड अकाउंटेंट का कोर्स करने का मन बनाया था। वह इसकी तैयारी भी कर रही थी। कामाक्षी सीए बनकर खुद की एक अलग पहचान बनाने के साथ ही माता-पिता का नाम रोशन करना चाहती थी। अपनी दोस्त गुनीत के घर ठहरने के लिए वह घर से गई थी, लेकिन उसके बाद देर रात हादसे का शिकार हो गई।

इकलौती संतान थी कामाक्षी

कामाक्षी के पिता तुषार सिंघल भी एक नामी वकील हैं और कामाक्षी उनकी एकलौती संतान थी। रात को कामाक्षी ने सहेली के घर में रुकने की बात कही और पिता को मैसेज भी किया कि ‘मैंने खाना खा लिया है…आप भी खा लो और सो जाओ।’ जिसके बाद उसके माता-पिता भी निश्चिंत होकर सो गए। बीते 27 अक्टूबर को ही कामाक्षी का जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया। उसने अपने पिता से जिद की कि शहर के बड़े होटल में जन्मदिन मनाया जाए। जिस पर उनका पूरा परिवार होटल हयात में रात्रि भोज करने गया था। बेटी की कभी कोई इच्छा पिता अधूरी नहीं रखते थे। अब कामाक्षी के अचानक जाने से पूरा परिवार सदमे में है और उन्हें यकीन ही नहीं हो रहा है कि उनकी लाडली छोड़कर चली गई।

मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के चंबा के रहने वाले कुणाल कुकरेजा की भी हादसे में दर्दनाक मौत हो गई। कुणाल देहरादून में ग्राफिक एरा विवि से बीबीए की पढ़ाई कर रहा था और यहां राजेंद्रनगर क्षेत्र में रह रहा था। बताया जा रहा है कि बीते चार नवंबर को कुणाल का जन्मदिन था, जो उसने अपने कुछ अन्य दोस्तों के साथ गोवा में मनाया था। उसके बाद 23 वर्षीय कुणाल बीते सोमवार रात को ही घूमने निकला था।

घटना से पहले युवा महोत्सव गए थे युवक युवतियां

ओएनजीसी चौक पर हुए भीषण हादसे में अपनी जान गंवाने वाले छह युवक-युवतियां सोमवार शाम को परेड ग्राउंड में आयोजित युवा महोत्सव में गए थे। करीब एक घंटा महोत्सव में बिताने के बाद वह पार्टी के लिए निकले। यह भी बताया जा रहा है कि रात को गुनीत कौर अपनी सहेली कामाक्षा के घर रुकी थी।

 

 

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