अवधनामा संवाददाता हिफजुर्रहमान
मौदहा।हमीरपुर। 03 अगस्त मौदहा विकास खण्ड के गाँव भुलसी स्थित सरकारी नलकूप संख्या 86 की मोटर लगभग एक माह से खराब होने के कारण खेतों खड़ी फसलों को पानी नहीं मिल रहा है । आसपास के खेतों में बोई धान की बेड़ सूखने से किसान हाहाकार कर रहा है।यह देखकर चारों ओर यही सुनाई दे रहा है कि जनप्रतिनिधि और अधिकारी मस्त हैं तथा किसान त्रस्त हैं।
मौदहा विकास खण्ड का किसान अतिवृष्टि, ओलावृष्टि, सूखे जैसी प्राकृतिक आपदाओं के साथ ही जनप्रतिनिधियों और सरकारी अमले द्वारा प्रदत्त बिजली, सिंचाई तथा खाद बीज जैसी मूलभूत समस्याओं से हमेशा जूझता है। ऐसा ही मामला ग्राम पंचायत भुलसी में प्रकाश में आया है।यहाँ 86 नंबर सरकारी नलकूप का मोटर विगत एक महीने से खराब है और बूंद भर पानी नहीं दे रहा है।नलकूप के सिंचित क्षेत्र में आने वाले दर्जनों किसानों ने लाखों रुपए खर्च करके धान की उपज लेने का सपना संजोया था लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के चलते इन किसानों का सपना चूर चूर होता दिखाई देने लगा है। पानी न मिलने से धान की बेड़ पीली पड़कर सूखने लगी है।लेकिन नलकूप विभाग को इन किसानों की चिंता नहीं है यही कारण है कि शासन के सभी दिशानिर्देशों को ठेंगा दिखाते हुए इस विभाग के गैरजिम्मेदार अधिकारी चैन की बंशी बजा रहे हैं। पतरिंया सिंह,संतोष सिंह, पुन्नू सिंह, राजू सिंह सहित दर्जनों किसानों ने बताया है कि 86 नंबर सरकारी नलकूप के भरोसे इन लोगों ने लम्बी लागत और परिश्रम से इस साल धान की खेती शुरू की है।इसकी बेड़ भी लग चुकी है लेकिन लगभग एक महीने से अधिक हो गये हैं इस नलकूप से उन्हें पानी नहीं मिल रहा है।विभागीय अधिकारियों से दर्जनों बार गुहार लगा चुके हैं लेकिन अभी तक इस नलकूप का मोटर ठीक नहीं कराया गया है।कुछ दिन पूर्व विभाग ने एक घटिया किस्म की मोटर डाली गई थी जो कि एक दिन भी नहीं चली और खराब हो गई है। अब दूसरी मोटर का इंतजार है लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।धान की बेड़ पूरी तरह से पीली होकर सूखने लगी है।ऐसे में उनकी मेहनत और पैसा बर्बाद हो रहा है।