अनाज मंडियों में धान का उठान न होने के विरोध में किसानों द्वारा सड़क जाम करने का निर्णय स्थगित कर दिया गया और किसानों द्वारा सरकार के आश्वासन पर समाधान के लिए दो दिन का समय दिया गया।
बुधवार को अधिक जानकारी देते हुए भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के जिला अध्यक्ष संजू गुंदियाना ने बताया कि मंडियों में जीरी का उठान न तो सरकारी एजेंसियों के द्वारा और न ही राइस मिलर्स के द्वारा किया जा रहा है। मंडियों में केवल जीरी की तुलाईं हो रही है और मंडियों में जीरी अटी पड़ी है। जिसके चलते किसानों को फसल का भुगतान नहीं हो रहा है।
उन्होंने कहा कि इसको लेकर आज उनकी यूनियन के द्वारा पूरे प्रदेश में किसानों ने सड़क जाम करने का निर्णय लिया था जिसको लेकर आज सभी किसान अनाज मंडी के सामने सड़क जाम करने पहुंचे थे।
उन्होंने बताया कि आज सुबह ही हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी की सरकार में बैठे उच्च अधिकारियों से इस मामले को लेकर बातचीत हुई है और सरकार ने खरीद के लिए दो दिन का समय मांगा है।
उन्होंने बताया कि जीरी की उठान के लिए सरकार की और राइस मिलर्स की बातचीत जारी है। एक-दो दिन में इसका निर्णय लिया जाएगा और मंडियों से जीरे का उठान शुरू कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि त्योहारों का सीजन है और जब तक सरकार के द्वारा जीरी खरीद के लिए नही जाएगी तब तक किसानों को जीरी का भुगतान नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि सरकार के आश्वासन पर आज का सड़क जाम करने का यह निर्णय स्थगित कर सरकार को दो दिन का समय और दिया है।