अवधनामा संवाददाता
अथरहा-पिपरहियां घाट पर बने पुल का एप्रोच निर्माण मामला
कुशीनगर। छोटी गंडक नदी के अथरहा-पिपरहियां घाट पर सेतु निगम द्वारा पक्का पुल बनवाने के बाद एप्रोच के लिए 72 किसानों का जमीन अधिग्रहण कर सर्किल एरिया से चार गुना मुआवजा दिया गया है। लेकिन कुछ किसानों का जमीन नदी में होने के कारण विभाग मुआवजा नही दिया गया था जिसके विरोध में लोगों ने पुल पर विरोध प्रदर्शन करने के साथ ही एप्रोच निर्माण रोक दिया है।
बता दें कि सरकार द्वारा अथरहा-पिपरहियां घाट पर सेतु निगम द्वारा पक्का पुल का निर्माण कराया जा रहा है। वही पुल बनने के चार माह बाद एप्रोच के अभाव में अधर में लटका हुआ था। लेकिन शासन के निर्देश पर जिलाधिकारी ने एप्रोच में पड़ने वाले किसानों के जमीन को अधिग्रहण करने का निर्देश दिया था तथा निरीक्षण कर एप्रोच को जल्द से जल्द कार्य पूरा करने का निर्देश दिया था। जिसके बाद राज्य सेतु निगम ने जमीन अधिग्रहण के साथ ही निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा था लेकिन सोमवार को जगन्नाथपुर निवासी राजीव सिंह के नेतृत्व में आधा दर्जन किसान पुल के पास प्रदर्शन करते हुए एप्रोच का निर्माण कार्य रोक दिया। इन लोगों का कहना था कि विभाग द्वारा कुछ जमीनें नदी के किनारे पड़ रही है उसका मुआवजा मिलना चाहिए को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया। विरोध प्रदर्शन में पवहारी, दीनानाथ, केशव, गायत्री देवी, देवा साहनी, लहबर साहनी, अमिताभ, छतर, लक्ष्मी साहनी आदि शामिल रहे।
नदी में जमीन होने पर भी किसानों द्वारा मांगा जा रहा है मुआवजा जो नियम विरुद्ध है
इस संबंध में अधिशासी अभियंता राज्य सेतु निगम देवरिया के आरपी गौर का कहना है डीएम के अनुमति के आधार पर पुल के एप्रोच में पड़ने वाले लगभग 72 किसानों की भूमि का अधिग्रहण किया गया है तथा सर्किल रेट से चार गुना मुआवजा देने के साथ ही रजिस्ट्री की प्रक्रिया चल रही है और एप्रोच का निर्माण भी तेजी हो रहा है, लेकिन चार से पांच किसानों का जमीन नदी में होने के कारण उसका भी मुआवजा मांगा जा रहा है, जो नियम विरुद्ध है जिसके कारण एप्रोच निर्माण कार्य रोका जा रहा है फिर भी उनकी मांग डीएम से अवगत कराया जाएगा।