अवधनामा संवाददाता
एक दिवसीय किसान मेला व संगोष्ठी का हुआ आयोजन
आज़मगढ़ (Azamgarh)। आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कुमारगंज, अयोध्या के अधीन कार्यरत कृषि विज्ञान केंद्र आजमगढ़ एवं कृषि विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आजादी के 75 वीं वर्षगांठ के अवसर पर अमृत महोत्सव के अन्तर्गत एक दिवसीय किसान मेला एवं संगोष्ठी का आयोजन केन्द्र के सभागार में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए केवीके के प्रभारी अधिकारी डॉ. आर के सिंह ने सभी आगंतुकों का स्वागत करते हुए किसानों हेतु संचालित कार्यक्रमों के बारे में सभी को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि कृषि हमारी अर्थव्यवस्था का रीढ़ रही है और किसानों तक कृषि तकनीकी सुलभता से पहुंचाने के लिए हम सभी प्रतिबद्ध हैं। मुख्य अतिथि श्री विपिन कुमार सिंह प्रमुख क्षेत्र पंचायत रानी की सराय ने बताया कि हमारे देश ने कृषि के क्षेत्र में सराहनीय प्रगति की है। 1947 में जब भारत स्वतंत्र हुआ, तब कृषि की उत्पादकता बहुत कम (लगभग 50 मिलियन टन) थी परंतु आजादी के इस 75 सालों में किसानों ने बड़ी सफलता हासिल की है और इसका श्रेय वैज्ञानिकगण व अधिकारीगण को जाता है। संयुक्त कृषि निदेशक आजमगढ़ एस के सिंह ने बताया कि इन वर्षों में किसानों ने ऐसी कृषि तकनीकों और कृषि प्रणालियों को हासिल किया है जो किसानों के विकास में काफी हद मददगार साबित हो रही हैं। उप कृषि निदेशक संगम सिंह ने बताया कि तकनीकी नवाचारों ने कृषि को एक नया आयाम दिया है। केवीके के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ रुद्र प्रताप सिंह ने कृषि विविधीकरण, सूक्ष्मजीव आधारित त्वरित बायो कम्पोस्टिंग, फसल सुरक्षा हेतु आईपीएम आदि के विषय में जानकारी दी। डॉ. ए के यादव ने स्वस्थ बीज उत्पादन तकनीकी के बारे में किसानों को जागरूक किया। शैलेंद्र कुमार सिंह ने पशुपालकों से जुड़ी समस्या व स्वच्छ दूध उत्पादन के बारे में जानकारी दी। वेद प्रकाश सिंह ने सब्जी और फल उत्पादन से जुड़ी तकनीकी जानकारी किसानों के साथ साझा की। डाॅ तेज प्रताप ने मौसम के बदलाव के बारे में सभी को जागरूक करते हुए ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के बारे में विस्तृत चर्चा की।कार्यक्रम में विभिन्न विभागीय एवं निजी कम्पनी के प्रतिनिधियों द्वारा स्टाल के माध्यम से कृषकों को नई तकनीक के प्रति जागरूक किया गया। कुल 100 से अधिक किसानों ने कार्यक्रम में उपस्थित होकर संगोष्ठी में विभाग की जानकारी व अपनी समस्या का समाधान प्राप्त किया । कृषि एवं सम्बन्धी क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किए हुए किसानों व कृषक महिलाओं को सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में डा रामकेवल यादव, डाॅ सी एल शर्मा, शंभू नाथ सिंह, हरिनाथ शर्मा, शिवेश त्रिपाठी, गिरजेश सिंह आदि का विशेष सहयोग रहा।
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