अवधनामा संवाददाता
मौदहा। नगर में खुले गेहूं खरीद केन्द्रो में इक्का दुक्का किसान आकर अपना गेहूं बेच रहे हैं जिसके चलते गेहूं की खरीद की गति कछुआ चाल से चल रही है। हालांकि अधिकांश किसान मंडी समिति के आढ़तियों को अपना गेहूं बेच नगद पैसा उठाकर खरीद केन्द्रो में होने वाली झंझटों से बच रहे हैं। केंद्र प्रभारी का कहना है कि इस वर्ष गेहूं खरीद केन्द्रो में लक्ष्य की पूर्ति होते नहीं दिखाई दे रही है।
मौदहा नगर समेत क्षेत्र में गेहूं खरीद केंद्र खुलने को लगभग दो माह से अधिक होने को है। इन सभी खरीद केन्द्रो में किसानों का गेहूं न आने के कारण खरीद केन्द्रो में सन्नाटा पसरा रहता है। इक्का-दुक्का किसान खरीद केन्द्रो में पहुंच अपना गेहूं बेच रहे हैं। इस वर्ष किसी भी केंद्र प्रभारी को अपनी खरीद का लक्ष्य पूरा होते नहीं दिख रहा है। विपणन शाखा ने 10 अप्रैल से अभी तक गेंहू का एक दाना नहीं खरीदा है। केंद्र प्रभारी ने बताया कि अभी तक कुल 10703 कुंतल गेहूं की खरीदारी 171 किसानों से की गई है। वही क्रय विक्रय केंद्र में 7761 कुंतल गेहूं 119 किसानों से अभी तक खरीदा गया है। एफसीआई शाखा में 30 अप्रैल से अभी तक एक भी दाना नहीं खरीदा गया। केंद्र प्रभारी ने बताया कि अभी तक 1681.50 कुंतल गेहूं खरीदा गया है। नगर के सहकारी समिति में गेहूं खरीदारी की गति इतनी धीमी है कि अभी तक 37 कुंतल गेहूं तीन किसानों का ही खरीदा गया। केंद्र प्रभारी ने बताया कि मंडी में गेहूं के भाव बढ़ जाने के कारण खरीदारी इस वर्ष कम हुई है। वहां किसान को नगद पैसा मिल जाता है और कई झंझटों से बच जाता है इसलिए किसान सरकारी गेहूं खरीद कंन्द्रो में अपना गेहूं बेचना उचित नहीं समझ रहा है और आढ़तियों के यहां अपना गेहूं बेचकर नगद पैसा लेने में ही अपनी भलाई समझ रहा है।