गन्ना के साथ सहफसली खेती से खुशहाल बन सकता है किसान: अरविन्द

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अवधनामा संवाददाता

अहिरौली बाजार, कुशीनगर। सुकरौली विकास खण्ड क्षेत्र के खोठ्ठा के सेमरौना टोले पर किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी में पिपराईच चीनी के जीएम अरविन्द कुमार ने गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि किसान भाई गन्ना बुआई को बढ़ावा दे के अपने फसलों से दुगना से अधिक कमाई कर यहां के किसान भी जाट किसानों की तरह ट्रकों व लक्जरी गाड़ियों के मालिक बन सकते हैं।

चीनी मिल से गन्ना बुआई को बढ़ावा देने के लिए प्रेशमड खाद, दवा, कृषि यंत्र आदि अनुदान पर दे रहा है।15 दिन के भीतर गन्ना मूल्य भुगतान भी किया जा रहा है। गन्ना अब नकदी फसल बन गई है।जिला गन्ना अधिकारी जगदीश चन्द्र यादव ने कहा गन्ने की वैज्ञानिक व सहफसली खेती करके पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान किसानों की तरह यहां का किसान माला माल हो सकता है ।और ज्यादा खुशहाल बन सकता है। अन्य फसलों के सापेक्ष गन्ने की सहफसली खेती कर दो गुना से अधिक कमाई भी किया जा सकता है। गन्ना ही एक ऐसी फसल है जिसमें सूखा बाढ़ जैसे आपदाओं का खतरा नहीं के बराबर होता है। जबकि धान, गेहूं आदि फसलों के पैदावार में बीज निकलना भी कठिन होता है।गन्ना एक बार बोकर तीन फसल काट सकते हैं। बसंत कालीन गन्ना बुआई के साथ प्याज, भिंडी, लोबिया आदि की खेती करने से जहां गन्ने का लागत मूल्य मुफ्त हो जाएगा।उपज बढ़ेगा। तथा गन्ने में लगने वाले कीटाणु भी नहीं लगेगा।वरिष्ठ गन्ना अधिकारी सुनील यादव ने कहा की मृदा परीक्षण के साथ कृषकों को फसल चक्र अपनाने तथा गहरी जुताई करने की सलाह दी। किसानों के मांग के सापेक्ष गन्ने की नई प्रजाति की उन्नतशील बीज जैसे को .0118, 98014 को.शा. 8272 8279, आदि चीनी मिल द्वारा दिया जा रहा है। नई किस्मों की बुआई कर बेहतर उपज लिया जा सकता है। इस दौरान विकास तिवारी अमित शर्मा, उत्कर्ष, संतोष सिंह, रंगी लाल, पुरुषोत्तम, ध्रुव, रामदवन सहित अन्य किसान भाई मौजूद रहे।

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