अवधनामा संवाददाता
हमीरपुर। सुमेरपुर थाना क्षेत्र के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र विदोखर के फार्मासिस्ट ने आई ड्रॉप की जगह इयर ड्रॉप दे दिया। जिसके डालने से एक युवती के इंफेक्शन फैलने से चेहरे व गले में सूजन आ गई। गंभीर हालत में उसे कस्बे की पीएचसी लाया गया। जहां से उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। लेकिन यहां भी चिकित्सकों ने हाथ खड़े कर दिये और उसे कानपुर या चित्रकूट दिखाने के लिए रेफर कर रहे हैं। इस घटना से परिजनों में खासा आक्रोश है।विदोखर मेंदनी निवासी राजेश कुशवाहा की पुत्री रोशनी 21 वर्ष को आंखों में लालिमा व जलन आदि की शिकायत होने पर वह भाई दीपक के साथ बीते दस अप्रैल को गांव स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में गई। जहां ओपीडी में मौजूद चिकित्सक डा. राहुल खरे ने दवा लिखने के साथ आई ड्रॉप भी लिखा। रोशनी के बड़े भाई अजय कुशवाहा ने बताया कि जब वह फार्मासिस्ट के पास दवा लेने पहुंचे तो उसे दवा के साथ आई ड्रॉप की जगह ईयर ड्रॉप पकड़ा दिया।बताया कि जब उसने शाम को आंखों में ड्रॉप डाला तो उससे इंफेक्शन फैलने लगा और चेहरे में सूजन आ गई। वह घर से बाहर था। जब वह अगले दिन घर वापस आया तो बहन की स्थित देखकर एम्बुलेंस बुलाई और 11 अप्रैल की रात पीएचसी सुमेरपुर ले गया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया। डा. राहुल खरे ने बताया कि उन्होंने दवा के साथ पर्चे में आई ड्रॉप लिखा था। लेकिन फार्मासिस्ट ने भूलवश आई ड्रॉप की जगह ईयर ड्रॉप पकड़ा दिया। जिसकी वजह से युवती को समस्या हुई है। लैब सहायक सालिगराम ने भी बताया कि फार्मासिस्ट की लापरवाही के चलते ऐसी घटना की आशंका है। वहीं फार्मासिस्ट अरविंद कुमार का कहना है कि उसने डॉक्टर द्वारा लिखी गई दवाओं को अपने रजिस्टर में चढ़ाया है और उसी के मुताबिक दवाएं दी हैं। हो सकता है कि मरीज के घर में पहले से ईयर ड्रॉप रखा हो और उसने अपने घर पर ही आई ड्रॉप की जगह ईयर ड्रॉप का प्रयोग कर लिया हो। जिससे यह समस्या हुई है।भाई अजय कुशवाहा का कहना है कि यह फार्मेसिस्ट की लापरवाही से घटना हुई है। बहन की इसी वर्ष शादी भी करनी थी। लेकिन दवा की वजह से उसकी आँखों की रोशनी भी जा सकती है। सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने कानपुर या चित्रकूट में दिखाने के लिए रेफर कर रहे है।