निर्वाण प्राप्त राम प्रसाद की स्मृति में हारीपुर में हुई श्रद्धांजलि सभा, त्रिभुवन दत्त ने गरीब महिलाओं को वस्त्र दान किए
चर्चा में रहा योगी सरकार द्वारा स्कूलों को मर्ज करने का फैसला, गरीबों के बच्चों को शिक्षा से वंचित करने का आरोप
महाबोधि विहार बोधगया को बौद्धों को सौंपने की मांग भी दोहराई गई
रविवार को हारीपुर में निर्वाण प्राप्त राम प्रसाद की स्मृति में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। श्रद्धांजलि सभा में बौद्ध धम्म की शिक्षाओं पर विस्तार से संवाद हुआ। भिक्षु संघ ने सामूहिक त्रिसरण पंचशील के बाद संस्कार कराया।
श्रद्धांजलि सभा में जुटे बहुजन समाज के शिक्षित कर्मचारियों ने कम नामांकन वाले स्कूलों को मर्ज करने और विद्यालयों को बंद करने की योगी सरकार की नीति पर तीखे सवाल उठाए गए। भाजपा सरकार पर संवैधानिक अधिकारों को खत्म करने और गरीबों के बच्चों को शिक्षा से वंचित करने के आरोप लगाए गए। कार्यक्रम में मौजूद बसपा के जिला अध्यक्ष सुरेश कमल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी की सरकार सभी बंद स्कूलों को फिर से खोलेगी। बैंक लाग भर्तियां शुरू की जाएंगी और शिक्षकों के सभी खाली पद भरे जाएंगे।
भंते धम्मदीप ने उपासक उपासिकाओं को पंचशील के अनुसार आचरण करने का संदेश दिया और कहा कि पंचशील का आचरण करने वाले जीवन में हमेशा सुखी, समृद्ध और खुशहाल रहते हैं।
धम्म सामाजिक वस्तु है। भगवान बुद्ध ने हमेशा तर्क़ और तथ्य पर आधारित विचारों पर चलने की शिक्षा दी। बौद्ध धम्म में अंधविश्वास और अवैज्ञानिक मान्यताओं को कोई स्थान नहीं। प्रज्ञा,शील, मैत्री, समता, ममता, करुणा और प्यार बौद्ध धम्म के आधार तत्व हैं।
भंते प्रज्ञा मित्र ने कहा कि भारत में बौद्ध धम्म के पुनरुत्थान में बाबा साहब डॉ अम्बेडकर का महान योगदान है। उन्होंने 22प्रतिज्ञाओं के साथ बौद्ध धम्म ग्रहण किया और अपने अनुयायियों को इसका अनुपालन करने के संदेश दिए।
बामसेफ के जिला संयोजक संजीव भारती ने कहा कि दुनिया के वे 56राष्ट्र जो बौद्ध धम्म मानते हैं, प्रगति के क्षेत्र में सबसे आगे हैं। भगवान बुद्ध ने दुनिया को मानवता और शांति के संदेश दिए थे। आतंकवाद और अहिंसा की आग में झुलस रही पीड़ित मानवता का कल्याण भगवान बुद्ध की शिक्षाओं को अपनाने से ही हो सकता है।
श्रद्धांजलि सभा में राम बली गौतम,राम फल फौजी, राजेश अकेला, इन्द्र पाल गौतम, बबलू पांडेय , दीपक आर्य आदि ने अपने विचार रखते हुए निर्वाण प्राप्त राम प्रसाद को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
हरी लाल, श्याम कुमार, ललित कुमार, अमृत लाल, जगदीश, डॉ नन्हे लाल, किशुन पाल, नागेश्वर बौद्ध , भीमसेन , श्याम लाल,राम चन्द्र ,अमर नाथ यादव, दिनेश कुमार यादव, वीरेंद्र आदि मौजूद रहे।