उत्तर प्रदेश में अलग-अलग एक्सप्रेस वे पर तेज रफ्तार दौड़ते हुए वाहनों के अनियंत्रित होने पर सड़क हादसाें की घटनाएं बढ़ी हैं। वर्ष 2024 में एक्सप्रेस वे पर सड़क हादसों की घटनाओं में कई लोगों की जान जा चुकी हैं।
वर्ष 2024 में एक्सप्रेस वे पर हुए सड़क हादसों पर नजर डालें तो जनवरी की शुरुआत में ही मथुरा में यमुना एक्सप्रेस वे पर तेज गति से चल रही दो बसों के आपस में टकराने से चालीस यात्री घायल हो गये थे। 23 फरवरी 2024 को सुल्तानपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर तेज रफ्तार कार डिवाइडर से टकरा गए थे। जिसमें दम्पति सहित तीन लोगों की मौत हुई थी। इसी तरह मऊ में छह मार्च 2024 को पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर सड़क किनारे खड़ी एक ट्रेलर में पीछे से आयी ट्रक की टक्कर हो गई। इस सड़क हादसे में ट्रक मालिक की मौके पर ही मौत हो गयी थी।
जुलाई माह में अमेठी जनपद में दिल्ली से सीवान बिहार जा रही बस की एक भारी वाहन से टक्कर हुई। जिसमें बस सवार चार यात्रियों की दर्दनाक मौत हो गयी। बारह यात्री घायल भी हुए। बस की रफ्तार तेज होने से ही यह बड़ा हादसा हुआ। अमेठी में सड़क हादसा अभी पुराना नहीं हुआ था, इसी बीच उन्नाव जनपद में आगरा एक्सप्रेस वे पर भीषण सड़क हादसा हो गया। जिसमें 18 लोगों को जान गंवानी पड़ी हैं।
सड़क हादसों को रोकने के लिए जागरुकता कार्यक्रम
उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण की ओर से प्रत्येक माह सड़क हादसों को रोकने के लिए जागरुकता कार्यक्रम होते हैं। प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही भी एक्सप्रेस वे पर सड़क हादसों को रोकने के लिए अपना संदेश देते रहते हैं। श्रीहरि प्रताप शाही के अनुसार सड़क हादसों को रोकने के लिए एक्सप्रेसवे पर सामान्य गति से ही वाहन चलाये जाने चाहिए, जिससे वाहन पर नियंत्रण बना रहे।