अवधनामा संवाददाता
जिला व्यापार मण्डल ने मनाई दानवीर भामाशाह की जयंती
सहारनपुर (Saharanpur)। दानवीर भामाशाह की जयंती पर आज उ.प्र.उद्योग व्यापार मंडल से जुड़े व्यापारियों ने उनका भावपूर्ण स्मरण करते हुए उनके त्याग व बलिदान को व्यापारियों के लिए प्रेरणा बताते हुए कहा कि हमें उन्हे अपना आदर्ष मानकर कार्य करना चाहिए।
आज गांधी पार्क में गांधी जी की प्रतिमा के समक्ष आयोजित कार्यक्रम में व्यापार मण्डल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व जिलाध्यक्ष शीतल टण्डन व जिला महामंत्री संजय भसीन ने संयुक्त रूप से कहा कि मेवाड राजस्थान की पावन भूमि पर 28 जून सन 1567 को जन्मे भामाशाह भारत भूमि पर ही नहीं अपितु विश्व भर में अपने राष्ट्रप्रेम व अतुल्य त्याग के लिए सदैव याद किये जाते रहेंगे। उन्होने कहा कि मुगल काल में हिन्दू राजाओं पर विजय प्राप्त करने की कूटनीति के अंतर्गत एक-एक करके राजस्थान के चित्तौड़ से लेकर जोधपुर व बीकानेर तक राजपूत राजाओं ने मुगलो की अधीनता स्वीकार करके अपनी राजसत्ता मुगलों के आधीन कर दी थी तब एकमात्र महाराणा प्रताप नहीं झुके थे। उन्होंने मुगलों की आधीनता अस्वीकार करके वीर की भांति युद्ध में लड़कर देश के लिए जान न्यौछावर करने की ठानी थी तब तत्कालीन मेवाड़ राज्य के मंत्री महान योद्धा व धनी दानवीर भामाशाह ने अपनी राष्ट्रभक्ति व उदारता का अविस्मरणीय उदाहरण प्रस्तुत किये है। श्री टण्डन ने इस बात पर हर्ष व्यक्त किया गया कि कुछ वर्ष पूर्व राजस्थान सरकार को विशिष्ट लोगों को प्रत्येक वर्ष भामाशाह पुरस्कार दिया जाता है। साथ ही राजस्थान में आर्थिक एवं नारी सशक्तिकरण को मजबूत बनाने के लिए भामाशाह योजना को भी सफलतापूर्वक लागू किया गया। उन्होंने इस तरह के पुरस्कार व भामाशाह योजना को उ.प्र. सरकार व समस्त दूसरी राज्य सरकारों तथा केन्द्र सरकार द्वारा भी लागू किये जाने की मांग की गयी। बैठक में व्यापारियों द्वारा एकता, सदभावना और सेवा के लिए निरन्तर कार्य करने का संकल्प लिया गया। बैठक में अनिल गर्ग, रमेश अरोड़ा स.जसवीर सिंह कपूर, सीए संजय ढींगरा, एड.विक्रम चावला, कर्नल संजय मिडढा, मुकेश मेहता, अशोक मलिक, मुरली खन्ना, अनिल खुराना, जोधवीर सिंह बत्रा, रवि टण्डन, पवन अरोडा, प्रवीन चांदना, दर्शन सिंह, संजीव सचदेवा, विभू तेहरी, अनित गर्ग, आशीष गर्ग आदि शामिल रहे।