उत्तर प्रदेश में गेहूं की खेती में श्रीराम फार्म सॉल्यूशन्स द्वारा विकसित ‘श्रीराम सुपर 5- एस आर -05’ और ‘श्रीराम सुपर 303’ गेहूं बीजों ने उल्लेखनीय परिवर्तन लाया है। इन उन्नत किस्मों ने किसानों के बीच उच्च उपज, रोग प्रतिरोधकता और विभिन्न जलवायु परिस्थितियों में अनुकूलता के लिए ख्याति प्राप्त की है। छोटू यादव, एटा से एक किसान, का कहना है कि श्रीराम सुपर 5- एस आर 05 में कई विशेषताएं देखने को मिली जैसे अधिक कल्लों की संख्या 13-14 कल्ले प्रति पौधा , वज़नदार लंबी बालियां, 70-75 दाने प्रति बाली और अधिक उपज क्षमता। पौधे की उपयुक्त ऊंचाई 90 से.मी. होने की वजह से इसमें गिरने की शिकायत नहीं आती। इस साल मार्च महीने में अचानक अधिक तापमान होने के बावजूद श्रीराम सुपर 5- एस आर -05 की अधिक उत्पादकता और बेहतर गुणवत्ता वाली फसल को देखकर वे बेहद प्रसन्न हैं और इस वर्ष भी श्रीराम सुपर 5- एस आर -05 गेहूं बीज की ही बुवाई करेंगे। श्रीराम फार्म सॉल्यूशन्स के विश्वविख्यात गेहूं वैज्ञानिकों द्वारा तैयार की गई गेहूं की किस्में, ‘श्रीराम सुपर 5- एस आर -05’ और ‘श्रीराम सुपर 303’, अपनी अनुकूलन क्षमता और बेहतरीन उत्पादकता के चलते किसानों में बहुत लोकप्रिय हैं। सबसे खास बात यह है कि बदलती प्रकृति से उभर रही नई-नई चुनौतियों में भी इन किस्मों के परिणाम श्रेष्ठ हैं।
अधिक तापमान और बीमारियों के प्रति सहनशीलता, कल्लों की संख्या अधिक, बड़े-सुनहरे दाने, उपयुक्त फसल की ऊंचाई और गिरने की समस्या कम होने के कारण ये बिहार, उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा में गेहूं के किसानों की पहली पसंद बन रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के अन्य किसान श्रीराम सुपर 303 गेहूं बीज बोने से भी इसी तरह की सफलता पा रहे हैं। आंबेडकरनगर उत्तर प्रदेश के किसान सभाजीत वर्मा ने अपने खेत में श्रीराम सुपर 303बोया था और वे श्रीराम सुपर 303 के बेहतर परिणाम से काफी प्रभावित हुए हैं। उनका कहना है कि श्रीराम सुपर 303 में कल्लों की संख्या भी ज्यादा है (10-12 प्रति पौधा) और बाली की लम्बाई भी अधिक है। बाबू सिंह अधिक उपज पाकर बेहद खुश हैं और अगले साल वो अपने पूरे खेत पर श्रीराम सुपर 303 बीज ही लगाएंगे।
श्रीराम सुपर 5- एस आर -05 और 303 बीज के साथ साथ , श्रीराम फार्म सोल्यूशन्स की अन्य किस्में जैसे श्रीराम सुपर 3- एस आर 72, 252 आदि भी पिछले कुछ सालों से अपनी शानदार परफॉरमेंस के चलते यूपी के किसानो में बेहद लोकप्रिय हो गयी हैं।
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