पटना। भागलपुर जिले के सुल्तानगंज में अकबरनगर-सुल्तानगंज रेलवे खंड पर शरण लिए हुए बाढ़ पीड़ितों को ट्रेन ने मंगलवार को रौंद दिया। इस घटना में गंगापुर गांव की अंजू देवी और उसके बेटे विक्रम कुमार की मौत हो गयी।
कुछ दिनों से बिहार में आयी बाढ़ से बेघर हुए गंगापुर गांव के सैकड़ों लोग अकबरनगर-सुल्तानगंज के रेलवे ट्रैक पर शरण लिये हुए हैं ।
जानकारी के अनुसार अकबरनगर पंचायत के गंगापुर गांव के समीप इंगलिश चिचरोंन गांव के वार्ड दस निवासी बाढ़ पीड़ित सिंघो दास की पत्नी अंजो देवी(38साल) परिवार के साथ रेल पटरी किनारे बीते कई दिनों से शरण लिए हुए थीं।
आक्रोशितों ने मां-बेटे के शव के साथ एनएच-80 को गंगापुर के पास जाम करते हुए हंगामा किया। लोगों ने रेलवे पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि पूरे जिले में बाढ़ से हमलोग बेघर हो गये हैं और रेलवे ट्रैक पर रह रहे हैं ।
इसलिए हमारा ध्यान रखते हुए ट्रेन को धीमी गति से गुजरना चाहिए था। इसकी लगातार निगरानी के लिए रेलवे ट्रैक पर कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की जानी चाहिए थी। रेलवे की लापरवाही से आज मां-बेटे की जान गयी है। अगर सावधानी नहीं बरती गयी तो और जानें जायेंगी। घटना की सूचना मिलते ही अकबरनगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझाकर जाम हटाया ।
मंगलवार की सुबह आठ बजे महिला अंजो देवी का बेटा दिलखुश कुमार(7साल) पटरी पर खेल रहा था।
अचानक उधर डाउन लाइन में भागलपुर से दिल्ली जा रही ब्रह्मपुत्र मेल पटरी पर आने लगी। बेटे को बचाने में मां और बेटा दोनों ही ट्रेन की चपेट में आ गये और घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गयी।
मौत होने के बाद आसपास के ग्रामीणों की भीड़ घटनास्थल पर पटरी किनारे लग गयी। भागलपुर में आई भीषण बाढ़ में बाढ़ पीड़ितों के लिए सरकार या प्रशासन की ओर से रहने और भोजन की व्यवस्था नही किए जाने से आक्रोशित लोगों ने मृतक के परिजनों के साथ शव को सुलतानगंज अकबरनगर मुख्य मार्ग एनएच 80 पर रखकर जाम लगा दिया।
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