अवधनामा संवाददाता
ग्रामीण स्वच्छ मिशन को लग रहा झटका प्रधान महेंद्र यादव
ग्राम पंचायत मिश्रौलिया विकासखंड पचपेड़वा का मामला
सार्वजनिक शौचालय की जमीनी जिसका प्रत्येक माह मानदेय भी जा रहा
उत्तर प्रदेश सरकार ग्रामीण हकीकत से सभी भली-भांति
बलरामपुर| रुबरु है ये सारा कार्य कागजों तक ही स्वच्छता के नाम पर भारी भरकम बजट खर्च कर रहे हैं जगह-जगह शौचालय बनाए जा रहे हैं पर जिम्मेदारी की सुस्ती व मिलीभगत से स्वच्छता अभियान पलाप से साबित हो रहा है ऐसे ही एक मामला विकासखंड पचपेडवा का ग्राम पंचायत मिश्रौलिया का प्रकाश में आज है जहां पर सामुदायिक शौचालय तो बने हैं परंतु प्रधान महेंद्र यादव की निष्क्रियता योजन जागरूकता के अनुभव में शौचालय निष्प्रयोज्य बना हुआ है और प्रधान महेंद्र यादव अगल बगल अंदर सामग्री रखे हुए हैं अगल-बगल साफ-सफाई व मानदेय की बजट फिफ्टी फिफ्टी करके कौड़िए की भाव उड़ाया जा रहा है ग्रामीण स्वच्छता के नाम पर सरकार खूब धन के बरसा कर रही फिर भी ग्रामीण क्षेत्रों में निर्माता अभियान चलाकर ग्राम पंचायतों में सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कराया गया है परंतु जब इनको प्रयोग की बारी आती है तो परिणाम आया चौंकाने वाली मिलती है सार्वजनिक शौचालय के लिए रखरखाव है तो ग्राम पंचायत स्तर पर बजट प्रावधानित है और देखभाल है तो कर्मचारी भी नियुक्त
समिति हैं वास्तविक रूप से देखा जाता तो ग्राम पंचायतों में सार्वजनिक शौचालय का निर्माण एक सोच समझ घोटाले का सेवाएं कुछ भी नहीं है जब इस संबंध में संवादाता सीडीओ से जानकारी करने की कोशिश किया गया तो उनके मोबाइल कवरेज क्षेत्र से बाहर बताया
वा प्रधान महेंद्र यादव से संपर्क करने की कोशिश की गई तो संवाददाता को कहते हैं खुद साफ कर दो इतने दर्द है तो उल्टा बात के