अवधनामा संवाददाता
शुक्रवार की देर रात पचीपुरी गांव में चोरों ने दो घरों को बनाया था निशाना
चोरों ने एक घर से ढाई लाख रुपए की नगदी समेत सोने चांदी के आभूषण, दूसरे घर से नगदी सहित 7 किलो शुद्ध घी पार
पुलिस ने मौका-ए-वारदात की पड़ताल करने के बाद दर्ज नहीं की एफआईआर
कोंच जालौन। 72 घंटे गुजरने के बावजूद भी कोतवाली पुलिस ने पचीपुरी गांव में हुई चोरी की वारदात का खुलासा तो दूर एक अदद एफआईआर दर्ज नहीं कर पाई।
बीते 9 फरवरी की रात्रि पचीपुरी गांव में जिन चोरों ने घर को निशाना बनाकर नगदी सहित लाखों के सोने चांदी के जेवर चोरी कर ले गए थे। उस चोरी के मामले में अभी तक दो दिन गुजर जाने के बावजूद भी उस चोरी के मामले का खुलासा तो दूर एफआईआर तक दर्ज नहीं की गई है।
दरअसल, कोंच कोतवाली क्षेत्र के पचीपुरी गांव में 2 दिन पूर्व 9 फरवरी को रामबाबू ने पुलिस को दिए शिकायती पत्र में लिखा था कि वह अपनी बहिन के घर पर उनको देखने के लिए गया हुआ था वह अपने घर में अपनी पत्नी नीता व पुत्र व पुत्र बधू को छोड़ गया था। शुक्रवार की देर रात को वह खाना पीना खाकर अपने कमरे में सोने के लिए चले गए जब सभी गहरी नीद में सो रहे थे तभी उसके घर में छत के रास्ते से नीचे उतरे और कमरों में उसकी पत्नी पुत्र व पुत्रबधू सो रहे थी तो उसकी कुंडी चोरो ने बाहर से बन्द कर दी और अन्य कमरों में उन्होंने तलाशी की तो एक कमरे में वहां रखी अलमारी बक्सा को इत्मीनान खोलकर उस में रखा जेवर ढाई लाख की नगदी एक सोने का हार चार चूड़ी सोने की एक मनचली सोने की चार अंगूठी दो मंगलसूत्र सोने के तीन चांदी के सिक्का तीन जोड़ी चूड़ियां व चूड़ा जिन की कीमत करीब 4 लाख से अधिक है। तथा 2 लाख 50 हजार की नगदी जो उसने अपनी भैंस बेचकर तथा बैंक से निकालकर लाया हुआ था, जिसे चोर चोरी करके भाग गए।
वहीं चोरों ने दूसरा राम बहादुर के घर को निशाना बनाया वहां उसका 7 किलो देशी घी और कमरे में रखे 12 हजार की नगदी चोरी कर ले गए। दोनो ही पीड़ित द्वारा पीआरबी पुलिस को सूचना दी गई और कोतवाली में जाकर शिकायती पत्र दिये गये थे। वहीं कोतवाली पुलिस दो घरों में हुई चोरी की वारदात को संदिग्ध मान रही और एफआईआर दर्ज करने से भी परहेज़ कर रही है।