अवधनामा संवाददाता
प्रयागराज। (Prayagraj) राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक प्रो.नरेन्द्र कुमार शुक्ल (कुलसचिव) की अध्यक्षता में हुई। आरंभ में प्रो. योगेन्द्र प्रताप सिंह (संयोजक-रा.का.समिति) ने राजभाषा संबंधी नियमों का उल्लेख करते हुए हिंदी के प्रचार-प्रसार में आने वाली कठिनाईयों के निवारण संबंधी दिशा-निर्देश प्रदान किए। तदोपरांत इ.वि.वि के हिंदी अनुवादक हरिओम कुमार ने पिछले कार्यवृत्त की पुष्टि के बाद कार्यसूची के विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा की। ज्ञात हो कि हिंदी के प्रचार प्रसार हेतु कई वर्ष पूर्व इलाहाबाद विश्वविद्यालय में राजभाषा कार्यान्वयन समिति का गठन किया गया था। वर्तमान में कुलपति प्रो.संगीता श्रीवास्तव इस समिति की संरक्षक हैं।
बैठक में सर्वसम्माति से यह निर्णय लिया गया कि राजभाषा हिंदी के कार्यान्वयन को बढावा देने के लिए प्रत्येक माह सभी कालेजों और संकायों में राजभाषा की कार्यशाला की जाएं। हिंदी दिवस, 2021 के अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताएं कराई जाएं। अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रो.नरेन्द्र कुमार शुक्ल (कुलसचिव) ने कहा कि हिंदी के प्रचार- प्रसार के लिए कार्य किये जाएं। उन्होंने कहा कि हिंदी का प्रचार-प्रसार करना हमारी संवैधानिक जिम्मेदारी है। हम ‘क’ क्षेत्र में आते हैं। हमारे शतप्रतिशत कर्मचारी हिंदी का ज्ञान रखते हैं। अतः नैतिक तौर पर भी हमें हिंदी में कार्य करना चाहिए। भाषाई आधार पर देश को तीन भागों में बांटा गया है क, ख एवं ग। इलाहाबाद विश्वविद्यालय ‘क’ क्षेत्र में स्थित है तथा इस क्षेत्र से संबंधित दिशा- निर्देशों के अनुपालन में इविवि लगातार प्रयासरत है।
इस बैठक में प्रो. के. पी. सिंह (डीन- छात्र कल्याण), डा. कल्पना वर्मा, डा. सरोज सिंह, डा. गायत्री सिंह, डा. दीनानाथ, डा.रतन कुमारी वर्मा, डा. आदित्य त्रिपाठी, डा. कृपा किजंलकम, डा. विनम्र सेन सिंह, डा. रमेश सिंह, डा. अमरेन्द्र त्रिपाठी, डा. मार्तण्ड सिंह, डा. सुजीत सिंह, डा. अभिषेक कुमार (क्रय अधिकारी), गुलाब सिंह, ओ.पी. गुप्ता, रतन कुमार शर्मा, संजय तिवारी, राहुल विश्ववकर्मा आदि आॅनलाइन शामिल हुए। संचालन हरिओम कुमार राजभाषा प्रभारी ने किया।