बेहतर भविष्य के लिए अंग्रेजी शिक्षा आवश्यक: ले.अनुराग

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कापसहेड़ा,नई दिल्ली।भारतीय सेना के अधिकारी ले.अनुराग तिवारी ने ऑरवेल इंग्लिश इंस्टीट्यूट एवम एजुकेशनल सोसायटी के तत्वाधान में आयोजित एचीवमेंट अवार्ड कार्यक्रम में युवा-छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत जैसे विकासशील देशों में गरीबी और बेरोजगारी के खिलाफ जंग में अंग्रेजी एक सशक्त हथियार के रूप में अपना पहचान बनाया है।इस भाषा ने भारत को दुनिया के अन्य मुल्कों के साथ हर तरह के सहयोग के आदान प्रदान में मदद किया है।इसलिए छात्रों को शुरू से ही अपनी इंग्लिश को बेहतर करने पर ध्यान देना चाहिए ताकि वे वैश्विक ज्ञान विज्ञान प्राप्त करने में हमेशा आगे रहें।लेफ्टिनेंट अनुराग तिवारी ने अपने छात्र जीवन के यादगार लम्हों को इंस्टीट्यूट के बच्चों के साथ साझा करते हुए बताया कि मुझे पढ़ाई करना कभी भी पसंद नहीं था फिर भी रटा लगाकर परीक्षाओं में मार्क्स हमेशा अच्छा ही लाता था।दरअसल मैं एक क्रिकेटर बनना चाहता था इसलिए मेरा कोई और सपना या लक्ष्य जीवन में नहीं था लेकिन जब मैं दसवीं कक्षा में इसी ऑरवेल इंग्लिश इंस्टीट्यूट में दीपक सिन्हा सर से अंग्रेजी पढ़ने आया तब मुझे शिक्षा का असली मतलब समझ में आया और सिन्हा सर के छत्रछाया में न केवल मैंने अंग्रेजी सीखा बल्कि मुझे मेरा पढ़ाई करने का उद्देश्य भी मिल गया फिर रटकर मार्क्स लाना छोड़ दिया और फिर खूब मेहनत और ईमानदारी से पढ़ाई किया परिणामतः भारतीय सेना के अफसर के रूप में मैं चयनित हुआ।
ले.अनुराग ने अपने संबोधन में बताया कि इस संस्थान में कई बदलाव हुए मगर दीपक सिन्हा सर का अनुशासन,पढ़ाने के प्रति उनका समर्पण में कभी कोई बदलाव नहीं आया।सिन्हा सर के कठोर अनुशासन और लगन के कारण आज हजारों विद्यार्थी अंग्रेजी सीखकर लाखों के पैकेज पर सरकारी एवम प्राइवेट क्षेत्रों में अपनी अपनी सेवाएं दे रहे हैं।लगभग हर साल इस इंस्टीट्यूट के बच्चे सरकारी नौकरी लेने में सफल हो रहे हैं और वास्तव में यह गर्व का विषय है।कार्यक्रम के अंत में ले.अनुराग ने अपने हाथों से इंस्टीट्यूट के दो छात्रों अनुराग पाण्डेय एवम आदित्य भारद्वाज को अंग्रेजी में उनके अच्छे प्रदर्शन के लिए एचीवमेंट अवार्ड दिया।

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