एस.एन.वर्मा
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दो भावी चैम्पियन पाकिस्तान और इंग्लैन्ड ने चैम्पियन वाला खेल दिखाया। खेल में हार जीत तो होती ही रहती है। पर दोनो टीमों ने संघर्ष पूर्ण खेल दिखाया। किसी ने एक दूसरो की किसी डिपार्टमेन्ट में समपर्ण नही कियाा। भयानक दबाव की स्थिति में दिमागी सन्तुलन बनाये रक्खा। आक्रमक भी हुये डिफेन्सिव भी हुये। जरूरत के अनुसार इंग्लैड ने पारी की शुरूआत की पर अपेनिंग जोड़ी ने जो कमाल भारत के खिलाफ दिखाया था यहां नही दिखा सके जल्दी टूट गयी। पाकिस्तान भी बड़ी धीमी शुरूआत की थी। इग्लैन्ड के बालरो के खिलाफ वे सहज नही थे जल्दी जल्दी आउट होते चले गये। पूरी टीम 136 के स्कोर पर आउट हो गयी। स्कोर देख लगता था इंग्लैन्ड आसानी से यह मैच जीत जायेगा। पर पाकिस्तान बालरो ने ऐसी सटीक बालिंग की कि इंग्लैन्ड की टीम लडखडाने लगी। लगता था पाकिस्तान आसानी से मैच अपनी झोली में लपक लेगा पर इंग्लैन्ड के बैटरो ने मानसिक छढ़ता दिखाते हुये स्कोर को संयम के साथ धीरे धीरे बढ़ाते रहे। इंग्लेन्ड की तरफ केवल स्टोक 50 रन बना सके। पर खिलाड़ी धीरे-धीरे स्कोर को बढ़ाते रहे। आखरी ओवरो स्टोक्स ने कुछ साहसी स्ट्रोक लगाये और स्कोर बराबरी पर ला कर खड़ा कर दिया। फिर एक रन लेकर इंग्लैण्ड के खिलाड़ियों ने 2022 की चैम्पियनशिप अपने नाम कर ली।
खेल के दौरान कभी पाकिस्तानी दर्शक झूम रहे थे। तो कभी इंग्लैन्ड के दर्शक खेल जब आखिरी दौर की ओर बढ़ा तो पाकिस्तानी दर्शकों का जोश ठन्डा पड़ने लगा इंग्लैन्ड के दर्शको का जोश बढ़ने लगा। पाकिस्तानी दर्शकों के मुह से आह निकल रही थी और अंग्रेजी र्दर्शको को मुह से वाह निकल रहा था। अन्त में स्टोक्स एक रन के लिये स्ट्रोक लगाकर विजय श्री इंग्लैन्ड के नाम कर दी।
इग्लैन्ड सीमित ओवरो के खेल में इतिहास रचा यह पहली बार हुआ कि किसी टीम ने वन डे की भी चैम्पियन शिप और टी-20 की भी चैम्पियन शिप जीती। इंग्लैन्ड ने पाकिस्तान को पांच विकेट से हटाकर यह कप जीता। पहले बल्लेबाजी करते हुये पाकिस्तान ने आठ वीकेट पर 137 रन बनाया। जवाब में इंग्लैन्ड ने 19 ओवर में पांच वीकेट खोकर लक्ष हासिल कर लिया। इस तरह सफेद गेद का बादशाह बन गया।
लक्ष को हासिल करने के लिए इंग्लैन्ड टीम जब मैदान पर उतरी तो उसकी शुरूआत अच्छी नही रही। पाकिस्तानी दर्शकों में के दिल में इस देख देख गुदगुदी उठ रही थी। इंग्लैन्ड ने 49 रन तक पहुचते पहुचते पांच वीकेट पावर प्ले में गवा दिये। जबकि पाकिस्तान ने पावर प्ले में एक वीकेट गवाये थे और स्कोर 39 पर पहुंचाये थे। दस ओवर में पाकिस्तान का स्कोर दो वीकेट पर 68 रन था जबकि इंग्लैन्ड ने तीन वीकेट पर 77 रन बनाये थे। इसके बाद पाकिस्तानी पेसर्स ने मजबूती दिखाते हुये इंग्लैन्ड पर दबाव डालना शुरू किया। हेरी पेसर्स के दबाव में 20 ही रन बना पाये और आउट हो गये। उनका कैच अफरीदी ने पकड़ा। कैच पकड़ते समय अफरीदी के मांस मांसपेशियों में खिचाव आ गया। यह पाकिस्तान की बदकिस्मती थी। क्योकि अफरीदी शानदार स्पेल निकाल रहे थे। नतीजा यह हुआ किम सोलहें ओवर में जब बालिंग वे लिए तो एक ही गेंद फेक सके फील्ड से बाहर चले गये। अभी उनके दो ओवर बाकी थे और इंग्लैन्ड को पांच ओवर में 41 रन की जरूरत थी। अगर अफरीदी होते तो इंग्लैन्ड के लिये 41 रन बना पाना आसान नही होता। क्योकि अफरीदी धारदार बालिंग कर इंग्लैन्ड टीम में दहशत पैदा कर रहे थे। उस ओवर की बाकी पांच गंेद फेकने के लिये पाकिस्तान ने इाफ्तिखार को बुलाया। उनके सामने स्टोक्स थे। उन्होंने उनकी गंेद पर एक सिक्सर मारा और एक चौक्का। अभी तक जो दबाव इंग्लैन्ड पर बना था वह खिसकर पाकिस्तान पर चला गया। पाकिस्तानी दर्शको के मुंह से आह निकल रहा था। अंगरेजी दर्शक खुशी से झूम कर चीख चिल्ला रहे थे। इंग्लैन्ड के खेमे में जीत की लहर मचल रही थी। इस तरह इंग्लैन्ड पाकिस्तान को पंाच वीकेट से हराकर दो बार टी-20 वर्ल्डकप का खिताब अपने नाम कर लिया।
इंग्लैन्ड की तरफ स्टोक्स को बल्लेबाजी को सराहा जा रहा है जिन्होंने आखिरी ओवर में लाजवाब जीत वाले रन निकाले। वही इंग्लैन्ड के बालरो में सैम की शानदार बालिंग की तारीफ हो रही है जिनकी वजह से पाकिस्तानी 137 रनों पर सिमट गया। सैम ने तीन विकेट लिये और 21 रन दिये। इस वर्ल्ड कप में सैम ने 13 वीकेट लिये।
जीत के लिये इंग्लैन्ड को बधाई। इस वर्ल्डकप में भारत इस तरह लाचार होगा कल्पना नही थी। उसे अतीत को भुलाकर आगे बढ़ना चाहिये। उनमें किसी भी क्षेत्र में प्रतिभा की कमी नहीं है। होगे कामयाब एक दिन हार में भी जो टीम सन्तुलन नही खोती है आत्मविश्वास बनाये रखती है वही उबर कर आगे बढ़ती है। कभी कभी विजयश्री परीक्षा लेती है अन्त में वरमाल वीरो के ही गले में डालती है। हमें अफसोस तो है पर निराश नही है।