पाकिस्तान में बलूचिस्तान के डेरा बुगती जिले में एक लुप्तप्राय फारसी तेंदुए का शिकार करने के आरोप में पुलिस ने सात आदिवासियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। डान समाचार पत्र ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि जिले के जैन इलाके में आदिवासियों ने अपने मवेशियों की रक्षा के लिए तेंदुए को मार डाला।
डेरा बुगती के उपायुक्त इजाज खान ने कहा कि जिला प्रशासन ने वन्यजीव संरक्षण, संरक्षण, संरक्षण और प्रबंधन अधिनियम 2014 के तहत मामला दर्ज किया है और आदिवासियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की है। उन्होंने आदिवासियों को लुप्तप्राय प्रजातियों की रक्षा के बारे में शिक्षित करने के लिए वन्यजीव संगठनों द्वारा जागरुकता अभियान शुरू करने का भी आह्वान किया।
बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती ने भी घटना का संज्ञान लिया है और अधिकारियों को आरोपियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। वन्यजीव प्रेमी उमर वकास ने मारे गए तेंदुआ की पहचान फारसी तेंदुआ (पैंथेरा पार्डस तुलियाना) के रूप में की है। इस प्रजाति के तेंदुओं का आश्रय बलूचिस्तान के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र सहित ईरानी पठार में है ।ये फारसी तेंदुए आमतौर पर 600 से 3,800 मीटर की ऊंचाई पर ऊबड़-खाबड़ खड्डों में रहते हैं। इनकी आबादी करीब 1100 है।