ईएमएस लिमिटेड ने अपने आईपीओ के लिए रु. 200 – रु. 211 का प्राइस बैंड तय किया

0
282
• आईपीओ शुक्रवार, 8 सितंबर 2023 को खुलेगा और मंगलवार, 12 सितंबर 2023 को बंद होगा
• ऐंकर बुक गुरुवार, 7 सितंबर 2023 को खुलेगी
• 82,94,118 इक्विटी शेयर बिक्री के लिए प्रस्तुत किए जा रहे हैं; इनके जरिए कंपनी रु. 14,624 लाख की प्राप्ति करेगी
• हाल ही में कंपनी ने रु. 211 प्रति शेयर की दर से 16,00,000 इक्विटी शेयरों का प्रि-आईपीओ प्लेसमेंट किया है जिनका कुल मूल्य रु. 33.76 करोड़ है
लखनऊ: ईएमएस लिमिटेड ने आज घोषणा की है कि उसके आगामी आईपीओ में प्राइस बैंड प्रति शेयर रु. 200 से रु. 211 के बीच रहेगा। यह आईपीओ शुक्रवार, 8 सितंबर 2023 को खुल रहा हैै और कंपनी के प्रवर्तक श्री रामवीर सिंह 82,94,118 इक्विटी शेयर बिक्री हेतु प्रस्तुत कर रहे हैं, इसके जरिए कंपनी रु. 14,624 लाख की प्राप्ति करेगी। ऐंकर निवेशकों के लिए कंपनी का इश्यू गुरुवार, 7 सितंबर 2023 को खुलेगा। यह आईपीओ मंगलवार, 12 सितंबर 2023 को बंद होगा। अपर प्राइस बैंड के हिसाब से कंपनी का आईपीओ रु. 320-321 करोड़ रुपए का होगा।
फ्रैश इश्यू से प्राप्त होने वाली धनराशि का उपयोग कार्यशील पूंजी की जरूरत पूरी करने तथा अन्य आम कार्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। खम्बाटा सिक्युरिटीज़ लिमिटेड इस इश्यू की एकमात्र बुक रनिंग लीड मैनेजर है, जबकि केफिन टेक्नोलॉजीस लिमिटेड इश्यू की रजिस्ट्रार है।
कंपनी रु. 211 की दर से 16,00,000 इक्विटी शेयरों का प्रि-आईपीओ प्लेसमेंट पूरा कर चुकी है, जिसका कुल मूल्य रु. 33.76 करोड़ है। इस हिसाब से फ्रैश इश्यू का आकार घट कर रु.146.24 करोड़ हो गया है और प्रोमोटर श्री रामवीर सिंह 82.94 लाख शेयरों की बिक्री का प्रस्ताव दे रहे हैं। कंपनी में श्री सिंह की वर्तमान हिस्सेदारी 97.81 प्रतिशत है।
21 दिसंबर 2010 को निगमित कंपनी ईएमएस सरकारी प्राधिकरणों एवं स्थानीय निकायों को सीवरेज सॉल्यूशन, वाटर सप्लाई सिस्टम और वेस्टवाटर स्कीमों में ईपीसी और ओ एंड एम मुहैया कराती है। गाजियाबाद मुख्यालय वाली यह कंपनी वाटर व सीवरेज इंफ्रास्ट्रक्चर समाधान प्रस्तुत करती है जिनमें सीवरेज नेटवर्क बिछाने से लेकर सीवरेज एवं वाटर ट्रीटमेंट प्लांटों का निर्माण शामिल है; कंपनी उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तराखंड व राजस्थान में कार्यरत है। लगभग 20 प्रतिशत के मार्जिन के साथ कंपनी अपेक्षा करती है कि वह सिर्फ हाई-मार्जिन इंटिग्रेटिड प्रोजेक्ट्स पर फोकस जारी रखेगी। कंपनी ने जो प्रोजेक्ट बनाए हैं वह उनके ऑपरेशन व मेंटिनेंस का काम भी करती है।
ईएमएस लिमिटेड के 100 प्रतिशत प्रोजेक्ट सरकारी व अर्ध-सरकारी एजेंसियों निविदाओं से संबंधित कार्य होते हैं, जिन्हें विश्व बैंक द्वारा धन मुहैया कराया जाता है। बीते 13 वर्षों में कंपनी ने 67 प्रोजेक्ट्स पूरे किए हैं और कंपनी की ऑर्डर बुक रु. 1745 करोड़ की है, जिसमें WWTPs, WSSPs, EPS व HAM सैगमेंट के 18 जारी प्रोजेक्ट भी शामिल हैं। कंपनी ने अधिकांश प्रोजेक्ट बिहार, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान व हरियाणा में किए हैं।
वित्त वर्ष 2022-23 के लिए कंपनी का परिचालन से राजस्व रु. 538.16 करोड़ रहा, जो कि वि.व. 2021-22 में रु. 359.85 करोड़ था। वि.व. 2022-23 में EBITDA रु. 149.01 करोड़ दर्ज किया गया (वि.व. 2021-22 में यह रु. 112.51 करोड़ था) और कर पश्चात् लाभ रु. 108.62 करोड़ था (वि.व.2021-22 में यह रु. 79.04 करोड़ था)।
Also read

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here