सरकार द्वारा बार-बार एस्मा लगाये जाने से कर्मचारी समाज नाराज
लखनऊ। आज दिनांक 26-11-2020 को उ0प्र0 चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी महासंघ की प्रान्तीय कार्य समिति की बैठक प्रदेश अध्यक्ष रामराज दुबे की अध्यक्षता में उ0प्र0 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ भवन लो0नि0वि0 में सम्पन्न हुई। बैठक का संचालन श्री सुरेश सिंह यादव ने किया। बैठक को सम्बोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष रामराज दुबे ने कहा कि बिना हड़ताल/धनरा प्रदर्शन हुए सरकार द्वारा बार-बार एस्मा लगाकर कर्मचारी संगठनों की आवाज दबाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों में प्रत्येक माह सरकार/शासन तथा विभाग स्तर पर वार्ताएं आयोजित की जाती थी। समस्याओं का समाधान होता था कभी भी एस्मा लगाने की जरूरत नहीं पड़ी। आज सरकार, शासन, विभाग द्वारा वार्ता करना तो दूर कोई बात सुनने को तैयार नहीं है। बार-बार एस्मा लगाकर लोकतन्त्र का मजाक उड़ाया जा रहा है। प्रदेश महामंत्री सुरेश सिंह यादव ने कहा कि अनेकों बार 20 सूत्रीय मां-पत्र मा0 मुख्यमंत्री जी, मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव कार्मिक उ0प्र0 सरकार एवं शासन को प्रेषित किये गये वार्ता करना तो दूर कोई कार्यवाही तक नहीं की गयी। मा0 मुख्यमंत्री जी एवं मुख्य सचिव, अपर मुख्य कार्मिक उ0प्र0 सरकार एवं शासन को संज्ञान लेना चाहिए। संगठनों की द्विपक्षीय वार्ताएं बुलानी चाहिए समस्याओं का समाधान करना चाहिए। कर्मचारी संगठन अनावश्यक धरना प्रदर्शन हड़ताल नहीं करना चाहता, किन्तु बार-बार एस्मा लगाकर सरकार द्वारा कर्मचारी संघों को आक्रोशित एवं उत्तेजित करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने सरकार द्वारा बार-बार एस्मा लगाये जाने के कदम की निन्दा करते हुए कहा कि सरकार को चाहिए कि एस्मा न लगाकर द्विपक्षीय वार्ताएं आयोजित कराकर लम्बित समस्याओं का समाधान कराना चाहिए।
प्रदेश अध्यक्ष रामराज दुबे महामंत्री श्री सुरेश सिंह यादव नेताद्वय ने कहा कि प्रदेश में सारे संवर्गों की भर्ती की जा रही है। वहीं पर पूरे प्रदेश में सारे विभागों में लगभग साढ़े चार लाख चतुर्थ श्रेणी के पद रिक्त हैं। चतुर्थ श्रेणी के पदों पर भर्ती नहीं की जा रही है, जबकि सरकार से बार-बार चतुर्थ श्रेणी की भर्ती की मांग की जा रही है। सरकार एक तरफ रोजगार सृजन की बात करती है। दूसरी तरफ स्वीकृत रिक्त साढ़े चार लाख चतुर्थ श्रेणी के पदांे पर भर्ती नहीं की जा रही है, बेरोजगारी का आलम यह है कि हर युवा चतुर्थ श्रेणी के पदों पर भर्ती के लिए लालमित है। उन्होंने सरकार से चतुर्थ श्रेणी के साढ़े चार लाख रिक्त पदों पर भर्ती की मांग की।
बैठक में, महेन्द्र पाण्डेय, भारत सिंह यादव, माया देवी, दूधनाथ, सीताराम, शेख निसार अहमद, मान सिंह, रामयश, नौरिश पाल, कलावती, कृष्ण कुमार मिश्र, रामजी तिवारी, के0वी0 जोशी, रजनीश, भाई लाल, सुनील वर्मा, नान्हू प्रसाद, रामेन्द्र श्रीवास्तव, हुसैन अब्बास, जगदीश सिंह, शैलेश त्यागी, मित्तल सोनकर, पी0एन0 पाण्डेय, वासुदेव कश्यप, हुकुम सिंह आदि सारे विभागों ने एस्मा का विरोध करते हुए चतुर्थ श्रेणी की सीधी भर्ती की मांग की।