अवधनामा संवाददाता
पर्यावरण एवं विरासत संरक्षण को आगे आये कई लोग
ललितपुर। इन्टैक ललितपुर चैप्टर द्वारा पर्यावरण संरक्षण एवं जागरुकता को लेकर संगोष्ठी का आयोजन बजाज क्लब के प्राकृतिक रमणीय माहौल में किया गया। जिसका शुभारम्भ राज्यमंत्री मनोहरलाल पंथ, सदर विधायक रामरतन कुशवाहा एवं जिला पंचायत अध्यक्ष कैलाश नारायण ने किया। इस अवसर पर बोलते हुए राज्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा पर्यावरण के संरक्षण एवं संवर्धन पर विशेष जोर दिया जा रहा है। प्रतिवर्ष वृहद स्तर पर वृक्षारोपण अभियान चलाया जाता है जिसमें हर बार करोड़ों की संख्या में पौधारोपण कर पर्यावरण बचाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे जनपद में इन्टैक द्वारा पर्यावरण एवं विरासत संरक्षण की दिशा में जो अद्वितीय कार्य किया जा रहा है वह निश्चय ही सराहनीय है और इसके लिए इन्टैक की पूरी टीम प्रशंसा की पात्र है। सदर विधायक ने कहा कि वृक्ष इस धरा के आभूषण हैं। कोरोना काल में हम सभी ने देखा कि प्रकृति का संरक्षण कितना आवश्यक है। इस महामारी के समय ऑक्सीजन की कमी के चलते कई लोगों को असमय मौत का शिकार होना पड़ा। हमारे आस-पास मौजूूद पेड़ हमें दिन रात बिना किसी दाम के ऑक्सीजन उपलब्ध कराते हैं। ऐसे में हमें इनका महत्व समझना चाहिए। ललितपुर जनपद में मौजूद पर्यटन की संभावनाओं को निखारने के लिए सरकार द्वारा 20 करोड़ की बड़ी धनराशि स्वीकृत की गई है जिससे इस क्षेत्र के पर्यटन विकास को गति मिल सके। जिला पंचायत अध्यक्ष कैलाश निरंजन ने कहा कि विरासत गर्व का विषय है इससे न केवल हम अपने पूर्वजों के आदर्शों को जानते हैं बल्कि उनसे जीवन में काफी कुछ सीखने को भी मिलता है। यह हम लोगों का सौभाग्य है कि हमारा जनपद न केवल प्राकृतिक रुप से समृद्ध है बल्कि हमारे पास गौरवशाली ऐतिहासिक धरोहरें भी हैं। बात चाहे मुगलकालीन हो या फिर स्वतंत्रता आदोंलन की सभी में इस क्षेत्र के योगदान की गौरव गाथा सुनाते यहां के किले, मंदिर आज भी युवाओं में जोश भर देते हैं। ऐसे में हम सभी का दायित्व है कि हम न केवल अपनी नई पीढ़ी को इनके बारे में बतायें बल्कि इनके संरक्षण के लिए स्वंय भी आगे आयें। इन्टैक संयोजक संतोष कुमार शर्मा ने कहा कि कोरोना काल की त्रासदी के समय हमने जनपद के कई गणमान्य लोगों को असमय ही काल कल्वित होते देखा। ऐसे में हमने संकल्प लिया कि जल्द ही हम बड़े स्तर पर एक वृक्षारोपण कार्यक्रम जनपद के लोगों को साथ लेकर करेंगे। बस फिर क्या था हमने अभियान की शुरुआत की और धीरे-धीरे कई समाजिक लोग हमारे साथ जुड़ गये। इसी का परिणाम रहा कि हम 1 लाख 10 हजार पौधे लगाने में सफल रहे। हमारी यह खुशी उस समय और बढ़ गई जब 1 वर्ष बाद इस अभियान की रिपोर्ट आई जिसमें 90 प्रतिशत से ज्यादा पौधे सुरक्षित और अच्छी अवस्था में पाये गये। उन्होनें कहा कि अब लगता है कि जनपद ललितपुर के गौरवशाली इतिहास के चमकने का समय आ गया है। जिस तरह से प्रदेश सरकार द्वारा यहां के पर्यटन स्थलों के विकास पर ध्यान दिया जा रहा है उससे देश-विदेश के सैलानियों की संख्या में अवश्य इजाफा होगा। उन्होंने कहा कि जो पीढ़ी अपनी विरासत को संजोकर नहीं रखती, उस पर गर्व नहीं करती वह इतिहास के पन्नों से भी गुमनाम हो जाती है। अभियान के संयोजक डा.संजीव बजाज ने कहा कि विरासत संरक्षण, पर्यटन विकास और पर्यावरण को संरक्षित करना हम सभी का नैतिक दायित्व है तथा हम सभी को ऐसे अभियानों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। आने वाले समय में और अधिक संख्या में वृक्ष लगाने का प्रयास किया जायेगा। इन्टैक के वरिष्ठ सदस्य ओमप्रकाश बिरथरे ने कहा कि इन्टैक ललितपुर चैप्टर द्वारा वर्ष भर पर्यावरण एवं विरासत संरक्षण को लेकर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन समूचे जनपद में किया जाता है, जिससे न केवल युवा पीढ़ी को जागरुक किया जा सके बल्कि आने वाली नई पीढ़ी को भी इसका ज्ञान हो सके। कार्यक्रम में बीते वर्ष इन्टैक द्वारा चलाये गये वृक्षारोपण अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए डा.संजीव बजाज, प्रदीप कुमार जैन, सौरभ यादव, नरेश पंथ, सांई ज्योति के सचिव अजय श्रीवास्तव, सहायक अभियंता रामेश्वर प्रसाद सोनी, विवेक, डा.सुनील खजुरिया, कुंजबिहारी शर्मा, सुनील शर्मा एवं पत्रकार मनोज पुरोहित को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में इन्टैक सहसंयोजक रजनीश चढ्डा, ओमप्रकाश तिवारी, प्रमोद जैन मुडरा, राजीव सुड़ेले, रामबिहारी तिवारी, मनीष तिवारी, सोहन लाल विश्वकर्मा, डा.अनिल जैन, अरविन्द दुबे, गौरव बजाज, विनोद त्रिपाठी, दिनेश श्रीवास्तव, लीलाधर दुबे, आशीष रावत, अरविन्द सिंह, वीरसिंह बुन्देला, लल्लू अहिरवार, सोनू कुमार एवं इन्टैक महिला सदस्य उपस्थित रहीं। संचालन डा.दीपक चैाबे ने व आभार संयोजक डा.संजीव बजाज ने व्यक्त किया।