बादाम खाने से आंतों के माइक्रोबायोटा की कार्यक्षमता को फायदा पहुंच सकता है, अध्ययन में पता चली यह बात 

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बादाम खाने से स्वस्थ वयस्कों में ब्‍यूटीरेट कान्सेंट्रेशन बढ़ता है
बादाम को लेकर हुए नए शोध इस पहेली में एक और कड़ी को जोड़ते हैं। एक क्लीनिकल स्टडी में इस बात का पता लगाया गया कि किस तरह से आंत के सूक्ष्म जीव, ब्यूटायरेट का निर्माण करने के लिये बादाम को तोड़ते हैं । यह खास तरह का माइक्रोबायोटा उत्पाद है, जिससे कि सेहत के कई सारे फायदे जुड़े हैं।
नए रिसर्च में पाया गया कि बादाम खाने से उल्लेखनीय रूप से ब्यूटायरेट में वृद्धि होती है। यह कोलन में पाया जाने वाला, एक प्रकार का फायदेमंद शॉर्ट-चेन फैटी एसिड (एससीएफए) है। बादाम खाने से मल त्याग में भी काफी अच्छा परिणाम मिलता है। नियमित रूप से मलत्याग, पेट संबंधी तंत्र के सुचारू रूप में कार्य करने से जुड़ा होता है। किंग्स कॉलेज लंदन के प्रोफेसर केविन व्हेलन के नेतृत्व में शोधकर्ताओं की एक टीम ने यह पता लगाया कि साबुत बादाम और पिसे हुए बादाम का आंत माइक्रोबायोटा, आंत माइक्रोबायोटा विविधता और आंत से गुजरने का समय की संरचना पर क्या प्रभाव पड़ता है। यह अध्ययन कैलिफोर्निया के बादाम बोर्ड द्वारा वित्त पोषित किया गया था।
केविन व्हेलन, पीएचडी, आरडी, डायटेटिक्स के प्रोफेसर, किंग्स कॉलेज लंदन, ने कहा, “जिस तरह से गट माइक्रोबायोटा इंसानी सेहत को प्रभावित करता है वह शॉर्ट-चेन फैटी एसिड के निर्माण की वजह से होता है। ये अणु कोलन की कोशिकाओं के लिये ईंधन की तरह काम करते हैं, वे आंत में अन्य पोषक तत्चों को अवशोषित करने को नियंत्रित करते हैं और प्रतिरक्षा प्रणाली को संतुलित करने में मदद करते हैं।“इस अध्ययन पर अपनी बात रखते हुए, रितिका समद्दार, रीजनल हेड-डायटेटिक्स, मैक्स हेल्थकेयर, दिल्ली का कहना है, “एक अच्छे इम्युन सिस्टम और संपूर्ण सेहत के लिये एक सेहतमंद आंत बहुत जरूरी होती है। आंत को असंतुलित करने के कई कारक हो सकते हैं, जिसकी वजह से अच्छे बैक्टीरिया की जगह खराब बैक्टीरिया की संख्या बढ़ने लगती है। इससे सेहत पर कुछ हानिकारक प्रभाव पड़ सकते हैं। आंत की सेहत को बेहतर बनाए रखने के लिये हम जो खाते हैं, उसके बारे में सतर्क होना जरूरी है। यह अध्ययन बताता है कि बादाम खाना, फाइबर को बढ़ाने का एक तरीका हो सकता है, जोकि माइक्रोबायोटा की कार्यक्षमता पर सकारात्मक बदलाव कर सकता है। इसमें इंसानी सेहत को सकारात्मक रूप से बदलने की क्षमता होती है।”बादाम, फाइबर (12.5 / 3.5 ग्राम प्रति 100 ग्राम / 30 ग्राम सेवारत) और 15 आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते हैं (प्रति 100 ग्राम / 30 ग्राम सर्विंग): मैग्नीशियम (270/81 मिलीग्राम), पोटेशियम (733/220 मिलीग्राम), और विटामिन ई (25.6 / 7.7) मिलीग्राम), आंतों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने की वजह से यह एक संपूर्ण पोषक तत्व युक्त नाश्ता है।
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