अवधनामा संवाददाता
मामूली फाल्ट होने पर रात-रात भर बिजली गायब रहती है
अधिशासी अभियन्ता समेत जिम्मेदार अधिकारी फोन नहीं उठाते हैं
ललितपुर। स्थानीय कम्पनी बाग में बु.वि.सेना प्रमुख हरीश कपूर टीटू के नेतृत्व में विद्युत विभाग की अकर्मण्यता को लेकर कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन करके अपना विरोध जताया। इस मौके पर विद्युत विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। सेना प्रमुख ने कहा कि इस भीषण गर्मी के मौसम में मामूली फाल्ट होने पर पूरी रात-रात भर बिजली गायब रहती है। बिजली न होने कारण सारी रात जनता जिनमें मासूम बच्चे भी शामिल हैं गर्मी के कारण बिलबिला उठते हैं। कहा कि फाल्ट होने और मरम्मत होने की स्थिति का पता लगाने के लिए जनता जब विभाग द्वारा दिये गये मोबाइल पर फोन करती है तो विद्युत विभाग के संवेदनहीन जिम्मेदार कर्मचारी और अधिकारी फोन नहीं उठाते हैं और परेशान नागरिक मन मसोस कर रह जाते हैं। यहां तक कि अधिशासी अभियन्ता को भी फोन लगाने पर उनका फोन भी नहीं उठता है। अब ऐसी स्थिति में जनता अपनी गुहार किससे लगाये। उन्होंने कहा कि ऊपर से तो भरपूर बिजली जिले को मिल रही है परंतु ट्रान्सफार्मरों का उचित रखरखाव, मेन्टीनेन्स और स्थानीय फाल्ट के कारण बिजली घंटो तक गायब रहती है। कहा कि अभी विगत दिनों प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने पूरे प्रदेश में बिजली की निर्बाध सप्लाई और विद्युत उपकरणों, ट्रानसफार्मरों के तत्काल बदले जाने आदि के सम्बन्ध में एक उच्चस्तरीय बैठक की थी। तथा प्रदेश के सभी जनपदों में विद्युत सप्लाई और विद्युत उपकरणों के उचित रखरखाव के लिए एक विशिष्ट अधिकारी की तैनाती के आदेश दिये थे परंतु दुर्भाग्य के साथ कहना पड़ रहा है कि ललितपुर जनपद के विद्युत विभाग के अधिकारियों के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है। यहां पर खुलेआम मुख्यमंत्री जी के आदेश की धज्जियां उड़ाई जा रही है। यह भी कहा कि विद्युत विभाग में मेन्टीनेन्स स्टॉफ की भारी कमी है। स्टॉफ की कमी के कारण जो फाल्ट लगभग आधा घंटे में दूर हो जानी चाहिए उसको दूर करने में चार पांच घंटे या कभी कभी पूरी रात लग जाती है। सेना ने विद्युत विभाग को चेतावनी दी है कि वो अपनी अकर्मण्यता से बाज आकर अपने दायित्वों का उचित प्रकार से पालन करते हुए निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करें। अन्यथा की स्थिति में उग्र आन्दोलन छेडऩे के लिए बाद्ध हो जायेगी। धरना प्रदर्शन के दौरान राजमल बरया, कदीर खां, राजकुमार कुशवाहा, बी.डी.चन्देल, प्रदीप, मुन्ना त्यागी, अमरसिंह बुन्देला, विनोद साहू, भैय्यन कुशवाहा, हनुमत, रवि रैकवार, पुष्पेन्द्र शर्मा, अनिल अहिरवार, खुशाल बरार, नन्दराम कुशवाहा, गफूर खां, टिंकू सोनी, अमित जैन, कामता शर्मा आदि मौजूद रहे।