अवधनामा संवाददाता
मौदहा हमीरपुर। नये साल की अमृत बेला पर जहां पूरी दुनिया नववर्ष का जश्न मना रही थी तो वहीं नेशनल हाईवे पर नये दुर्घटना कानून से आक्रोशित चालकों ने चक्का जाम कर दिया जिससे हाईवे पर दोनों ओर वाहनों की लम्बी लाईनें लग गई और पुलिस के अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर चालकों से बातचीत की।
केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नये वाहन दुर्घटना कानून का आक्रोश पहले ही दिन से सदन के अंदर और बाहर होने लगा था।जिसके तहत सड़क हादसे में मौत के दोषी चालक को दस लाख रुपये मुआवजे और दस साल की सजा का प्रावधान किया गया है साथ ही यह भी प्रावधान किया गया है कि यदि चालक स्वयं घायल को अस्पताल पहुंचाता है तो सजा कम हो सकती है।जिसको लेकर पहले ही दिन से विरोध के स्वर मुखर हो गए थे और ट्रक चालकों ने एक से तीन जनवरी तक चक्का जाम का आह्वान किया था।जिसके चलते नये साल की पावन बेला पर ट्रक चालकों ने नेशनल हाईवे पर चक्का जाम कर दिया जिसके बाद हाईवे पर दोनों ओर लम्बी लम्बी लाईनें लग गई और देखते ही देखते हाईवे पर कई किलोमीटर लम्बा जाम लग गया।नेशनल हाईवे पर लगे जाम की खबर सुनते ही अधिकारियों ने आनन फानन में नेशनल हाईवे पहुंच कर जाम लगाए ट्रक चालकों से बातचीत शुरू कर दी।जिसके बाद काफी समय तक चली मंत्रणा के बाद चालकों ने जाम खोलने की बात स्वीकार की।इस दौरान ट्रक चालक अब्दुल ने बताया कि वह गरीब परिवार से है और पांच हजार रुपये महीना कमाते हैं ऐसे में हम लोग दस लाख रुपये कहा से देंगे।इस सम्बंध में क्षेत्राधिकारी श्रेयस त्रिपाठी ने बताया कि ट्रक चालकों को ऐसा लगता है कि नये दुर्घटना कानून में कुछ विसंगति है तो इन्होंने अपनी मांग रखने के लिए जाम लगा दिया था लेकिन इनसे बातचीत करने के बाद चाम खोलने के लिए राजी हो गए हैं और इनकी बात साशन तक पहुंचाने का काम किया जाएगा।वहीं नेशनल हाईवे पर लगे लम्बे जाम का असर कस्बे की मुख्य सड़क पर भी देखने को मिला जबकि बड़े चौराहे से लेकर सरकारी अस्पताल के आगे तक ई रिक्सों की लम्बी लाईन लग गई।और आमजन को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।