अवधनामा संवाददाता
प्रयागराज (Prayagraj): एंबुलेंस कर्मचारी संघ द्वारा आयोजित एम्बुलेंस कर्मियों की हड़ताल में परेड ग्राउंड के प्रदर्शन में शामिल होकर उनकी मांगों का समर्थन किया। इस दौरान वहाँ बड़ी संख्या में उपस्थित कर्मचारियों को संबोधित करते हुए डॉ ऋचा सिंह ने कहा
स्वास्थ्य और शिक्षा बीजेपी सरकार में हाशिये पर चले गए हैं। पूरे कोरोना महामारी के दौर में एम्बुलेंस कर्मियों ने अपनी जान पर खेलकर लोगों की जान बचाई जिसमें 8 एंबुलेंस कर्मियों की मौत भी हो गई, परंतु आज तक उन्हें आर्थिक सहायता भी सरकार ने नहीं दी और साथ ही ठेका प्रथा के नाम पर जिस तरह से एंबुलेंस कर्मियों का उत्पीड़न किया जा रहा है वह शर्मनाक है । ठेका प्रथा के नाम पर एंबुलेंस कर्मियों से वसूली की जा रही है और ऐसे में जबकि इस महंगाई के दौर में उनका वेतन बढ़ाया जाना चाहिए तो सरकार इनके वेतन को कम करके 10000 कर देना चाहती है ऐसे में बड़ा सवाल है कि महंगाई के इस दौर में एंबुलेंस कर्मियों का परिवार कैसे अपना जीवन यापन करेगा।
समाजवादी सरकार में स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधायें प्राथमिकता पर रही है।
समाजवादी सरकार में अखिलेश यादव जी यह एम्बुलेंस सुविधा बड़े पैमाने पर जनता तक पहुंचाई गई थी और लोगों को रोजगार दिया गए था, पर बीजेपी सरकार ने एम्बुलेंस के पाहियों पर ही ब्रेक लगा दिया है।
परंतु भारतीय जनता पार्टी की फासीवादी सरकार उस व्यवस्था को बढ़ाने की बात तो दूर से ही मेंटेन भी नहीं कर सकी और अब स्थिति यहां आ गई है यह सारी व्यवस्था को ठेकेदारी प्रथा के अधीन कर दिया है।
एम्बुलेंस कर्मचारियों की परमुक्श मांग में शामिल है, एम्बुलेंस कर्मचारियों को ठेकेदारी व्यवस्था से मुक्त किया जाए। इन्हें नेशनल हेल्थ मिशन के तहत लाया जाए, इनकी सेवाओं को नियमित rलकिया जाए, इन्हें वाजिब ओवरटाइम दिया जाए, मिनिमम वेजेस एक्ट के तहत एम्बुलेंस कर्मियों को शामिल किया जाए, इन्हें मंहगाई भत्ता दिया जाए .