घर-घर भ्रमण कर कुपोषित बच्चों व विभिन्न रोगों के लक्षण युक्त व्यक्तियों का चिन्हीकरण करे : डीएम 

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Do house-to-house visits to identify malnourished children and people with symptoms of various diseases: DM

अवधनामा संवाददाता

संचारी रोग नियंत्रण अभियान का डीएम ने की समीक्षा, संचारी रोगों के नियंत्रण में साफ-सफाई का विशेष महत्व
आज़मगढ़ (Azamgarh) । जिलाधिकारी राजेश कुमार ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि दिनांक 01 जुलाई से 31 जुलाई तक विशेष अभियान चलाकर संचारी रोगों पर नियंत्रण किया जाए। उन्होने कहा कि सभी नोडल विभाग आपसी समन्वय स्थापित कर निर्धारित समय सीमा के अन्दर अपनी कार्ययोजना बना लें। उन्होने कहा कि इस रोग के नियंत्रण के लिए व्यापक जन जागरूकता अभियान चलाया जाये तथा रोगियों के उपचार हेतु दवाओं एवं एंबुलेंस की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित कर लिया जाय। जिलाधिकारी ने कहा कि फ्रण्ट लाइन वर्कर्स द्वारा उपलब्ध करायी गयी लक्षणयुक्त व्यक्तियों की सूची में उल्लिखित रोगियों की लक्षण के अनुसार संचारी रोग अथवा कोविड-19 मरीजों की जांच की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय। उन्होने कहा कि फ्रण्ट लाइन वर्कर्स द्वारा उपलब्ध करायी गयी क्षय रोग के लक्षण युक्त व्यक्तियों की सूची में उल्लिखित रोगियों के लक्षण के अनुसार क्षय रोग हेतु जांच तथा रोगियों की उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय।
उक्त निर्देश जिलाधिकारी राजेश कुमार ने जूम ऐप के माध्यम से संचारी रोग नियंत्रण अभियान की समीक्षा करते हुए दिये। जिलाधिकारी ने कहा कि संचारी रोगों के नियंत्रण में साफ-सफाई का विशेष महत्व रहता है, इसलिए ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में कूड़ा हटाने की व्यवस्था सुनिश्चित करें तथा नालियों की सफाई एवं मरम्मत आदि कार्यां को समय सीमा के अन्दर सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि हैण्डपम्पों के चबूतरे पक्के कर लिए जायें तथा जो हैण्डपम्प खराब हैं, उसे तत्काल रिबोर कराना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने कहा कि निरीक्षण के दौरान किसी भी गांव का हैण्डपम्प खराब स्थिति में पाया गया तो संबंधित के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी।
जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि गांव के तालाबों में फ्रेस पानी आने की व्यवस्था का प्लान तैयार किया जाय। उन्होने कहा कि घरों से निकलने वाले पानी के लिए सोख्ता बनाकर तालाब में जाने से रोकें। जिलाधिकारी ने कहा कि आजमगढ़ एवं मुबारकपुर के नालों के ऊपर से तत्काल अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की जाय, ताकि वर्षा का पानी न रूकने पाये।
जिलाधिकारी ने कहा कि आवासीय क्षेत्रों से दूर जानवरों के रहने की व्यवस्था बनायी जाय। उन्होने कहा कि शुकर बाड़ों को दूर बनाने के लिए लोगों को जागरूक करें तथा इसके स्थान पर अन्य व्यवसाय अपनाने के लिए प्रेरित करें। उन्होने कहा कि जानवरों के पालन स्थल को साफ एवं स्वच्छ रखने के लिए किटनाशक दवाओं का छिड़काव व मच्छर रोधी जाली लगाने के लिए जागरूक किया जाय। जिलाधिकारी ने संचारी रोग से दिव्यांग हुए बच्चों का सर्वे कराकर उन्हें योग्य बनाकर शिक्षण संस्थानों में सामान्य बच्चों के साथ शिक्षा ग्रहण की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय।
जिलाधिकारी ने कहा कि इसी के साथ दस्तक अभियान चलाया जायेगा। उन्होने बताया कि दस्तक अभियान संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम का एक घटक है। उन्होने कहा कि प्रशिक्षित फ्रण्ट लाइन वर्कर्स (आशा एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता) कोविड-19 के गाइड लाइन का पालन करते हुए घर-घर भ्रमण कर विभिन्न रोगों के नियंत्रण एवं उपचार के बारे में जागरूक करेंगी। इसी के साथ ही फ्रण्ट लाइन वर्कर्स इस अभियान के अन्तर्गत कुपोषित बच्चों तथा विभिन्न रोगों के लक्षण युक्त व्यक्तियों का चिन्हीकरण एवं सूचिबद्ध किया जाना सुनिश्चित करेंगे।
जिलाधिकारी ने कहा कि विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान (दिनांक 01 जुलाई से 31 जुलाई 2021) के अन्तर्गत फ्रण्ट लाइन वर्कर्स घर घर जाकर प्रत्येक परिवार को जागरूक करें कि पूरी बॉह वाली कमीज, पैंट और मोजे पहनें, नियमित रूप से मच्छरदानी लगाकर सोयें, शौच के लिए हमेशा शौचालय का प्रयोग करें, खाने से पहले और शौच के बाद अपने हाथ साबुन से जरूर धोएं, पीने एवं खाना बनाने के लिए हमेशा इंडिया मार्क-2 हैण्डपम्प के पानी का ही प्रयोग करें तथा घरों के आस पास के गड्ढ़ों को मिट्टी से भर दें, इनमें जमा पानी में मच्छर पनपते हैं।
इसी के साथ ही जिलाधिकारी ने कहा कि फ्रण्ट लाइन वर्कर्स प्रत्येक परिवार में कोविड वैक्सीनेशन के विषय में अनिवार्य रूप से वार्ता करते हुए बतायें कि कोविड वैक्सीन सुरक्षित तथा प्रभावी है। वैक्सीन लगवा चुके व्यक्तियों में से अधिकांश में या तो कोविड रोग होता ही नही है और अगर होता है तो गंभीर बीमारी नही होती। जिन परिवारों में 0-18 वर्ष के बच्चे हैं, वहां इन बच्चों की सुरक्षा के लिए भी कोविड वैक्सीन बड़ों को लगवाना जरूरी है।
जिलाधिकारी ने कहा कि फ्रण्ट लाइन वर्कर्स बुखार के रोगियों की सूची, कोविड-19 रोग से संभावित रोगियों की लिस्टिंग, क्षय रोग के लक्षण युक्त व्यक्तियों की सूची, फाइलेरिया की बीमारी से विकृति/विकलांगता वाले व्यक्तियों की सूची तथा कुपोषित बच्चों की सूचियॉ अपनी रिपोर्ट के साथ प्रतिदिन कार्य की समाप्ति पर क्षेत्रीय एएनएम के माध्यम से ब्लाक मुख्यालय पर उपलब्ध करायेंगे।
उक्त वर्चुअल बैठक में सभी नोडल विभागों के संबंधित अधिकारी आनलाइन माध्यम से जुड़े।
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