गंगा नदी में अप्रत्याशित जलस्तर में वृद्धि के कारण भागलपुर के विभिन्न प्रखंडों के कई इलाकों में फैले नदी के पानी के कारण वहां के लोगों ने विद्यालयों एवम् अन्य स्थलों पर शरण लिया है। उन शरण स्थलों पर चलाए जा रहे सामुदायिक किचन एवं राहत शिविर की व्यवस्था को लेकर जिलाधिकारी डॉक्टर नवल किशोर चौधरी द्वारा सुबह- शाम ऑनलाइन बैठक कर स्थिति की जानकारी ली जा रही है। सोमवार को सुबह की बैठक में उन्होंने तीनों अनुमंडल पदाधिकारी से उनके इलाके की स्थिति का फीडबैक लिया।
बताया गया कि कई विद्यालयों में जहां लोग शरण लिए हुए हैं, वहां चापाकल खराब स्थिति में है। उन्होंने पीएचईडी के संबंधित कनिय अभियंता के विरुद्ध गलत प्रतिवेदन देने के लिए प्राथमिकी दर्ज करने को कहा। उन्होंने कहा कि जिन विद्यालयों में या जहां भी लोग शरण लिए हुए हैं वहां चार-चार चापकल संस्थापित कराया जाए और इसे तुरंत सुनिश्चित किया जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि जहां भी राहत शिविर चलाया जा रहा है। वहां आवासन, सामुदायिक किचन, शौचालय, पेयजल, पशु चारा, गोबर निष्पादन की व्यवस्था, साफ-सफाई, राहत शिविर के लिए स्थानीय समिति का गठन, स्थानीय शिक्षक द्वारा शिविर के पंजी का संधारण, अभिलेख के लिए भोजन और पशु चारा वितरण की वीडियो ग्राफी सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने सभी अंचलाधिकारी को आवश्यकतानुसार सामुदायिक किचन चलाने का छूट दी और यह भी कहा है कि आपदा प्रबंधन के कार्य में कोई भी कोताही करेगा चाहे वह जिस स्तर का कर्मी या पदाधिकारी हो उसके विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के मुख्य अभियंता ने बताया कि मुंगेर में गंगा का जल स्तर घटना प्रारंभ हो गया है। भागलपुर में जल स्तर स्थिर हो गया है। आज रात से नदी का पानी घटने की संभावना है।