डीएम ने सीएमओ एवं सीएमएस को समय- समय पर मेडिकल कालेज का औचक निरीक्षण करने का दिया निर्देश
सिद्धार्थनगर। जिला स्वास्थ्य समिति (डीएचएस) एवं स्वास्थ्य विभाग से संबधित योजनाओ की समीक्षा बैठक सोमवार को जिलाधिकारी डा0 राजा गणपति आर0 की अध्यक्षता एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 रजत कुमार चौरसिया की उपस्थिति में कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी डा0 राजागणपति आर0 द्वारा पिछली बैठक में दिये गये निर्देशो के प्रगति की समीक्षा की गयी। राष्ट्रीय क्षय रोग नियंत्रण अभियान में लक्ष्य के सापेक्ष सभी विकास खण्डों में पब्लिलक नोटिफिकेशन में लक्षण युक्त टी.बी. के मरीजो को चिन्हित करे। भनवापुर, लोटन, शोहरतगढ़, जोगिया, प्राइवेट नोटिफिकेशन में बांसी, भनवापुर, लोटन की प्रगति कम पाये जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रगति बढ़ाने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं समस्त एमओआईसी को प्राइवेट अस्पताल के साथ मीटिंग कर टीबी. मरीजो को चिन्हित करने के लिए आवश्यक कार्यवाही करें।
परफारमेन्स के आधार पर एमओआईसी/टीबी स्टाफ का वेतन निर्गत करेंगे। सभी एमओआईसी ओपीडी का 10 प्रतिशत रेफरल अनिवार्य रूप से करें। सीएचओ के परफारमेन्स के आधार पर 6 माह में 15 इंडीकेटर पर डाटा एकत्रित करे। जिसका अच्छा प्रदर्शन रहेगा उसे सम्मानित किया जायेगा। एचआईवी मरीजो को चिन्हित कर टेस्ट में प्रगति लाने का निर्देश दिया। सम्भव अभियान के अन्तर्गत सैम, मैम बच्चो का आवश्यक जांच व दवायें उपलब्ध कराये तथा ई-कवच पोर्टल पर फीडिंग कराये।
जिलाधिकारी ने डीएचएस की कार्यवाही पोर्टल पर फीड करने का निर्देश दिया। जिलाधिकरी ने निर्देश दिया कि किसी भी मरीज को प्राइवेट हास्पिटल में रेफर न करें तथा बाहर की दवा न लिखें। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को मेडिकल कालेज का समय समय पर औचक निरीक्षण करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने सभी विकास खण्डों में डिलीवरी प्वाइंट हेतु चिन्हित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को क्रियाशील कराने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी एमओआईसी सुनिश्चित कर ले कि डिलीवरी घर पर नहीं होना चाहिए। सभी गर्भवती महिलाओ का प्रसव अस्पताल में ही हो।
घर पर प्रसव होने पर एमओआईसी जिम्मेदार होगे। एनबीएसयू को 24 घंटे सक्रिय करें जिससे कोई भी गर्भवती महिला व उसके परिजन सम्पर्क कर सहायता प्राप्त कर सकें। सभी एमओआईसी वार रूम का निरीक्षण करें तथा कम एचआरपी वाली गर्भवती महिलाओं को चिन्हित कर उनका बेहतर इलाज कराये और सावधानियां बरतने का सलाह दें।बीएचएनडी दिवस में सभी लोग जाये। एएनएम, आशा व सीएचओ को सभी प्रकार किट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। प्रधानमंत्री मातृत्व बन्दना योजना, जननी सुरक्षा योजना आदि की समीक्षा की गयी। आशा होम विजिट करे। टीकाकरण का शत-प्रतिशत डाटा फीडिंग कराने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि आरसीएच पोर्टल पर सही डाटा फीड करायें, डाटा फीडिंग में गड़बड़ी मिलने पर सम्बंधित के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि कोई भी डाक्टर बाहर दवा नही लिखेगे। एएनएम और आशा के साथ बैठक कर उसकी कार्यवृत्त जिलाधिकारी को प्रेषित करे। कार्य न करने वाली आशा व सीएचओ के विरूद्ध कार्यवाही करने का निर्देश दिया। बीएचएनडी दिवस में एएनएम व सीएचओ मिलकर कार्य करें। इसके साथ ही मेडिकल कालेज में नार्मल डिलेवरी बढ़ाने का निर्देश दिया।
सभी नोडल अधिकारी आयुष्मान आरोग्य मन्दिर का निरीक्षण कर निरीक्षण आख्या उपलब्ध कराये। जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी सेन्टर पर लिंग परीक्षण नही होना चाहिए। ऐसा पाये जाने पर सम्बन्धित के विरूद्ध कठोर कार्यवाही करने का निर्देश दिया। आयुष्मान कार्ड की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि प्रगति लाकर लक्ष्य पूर्ण करे। इसके अलावा आभा आई-डी, टीकाकरण अभियान, आदि की समीक्षा की गयी। जिलाधिकारी द्वारा अनटाइड फन्ड, परिवार नियोजन, टीकाकरण अभियान, पीसीपीएनडीटी, रोगी कल्याण समिति, हेल्थ वेलनेस सेन्टर, आदि की समीक्षा की गयी।
ई-संजीवनी के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा मरीजों को टेली मेडिसिन सुविधा उपलब्ध करानें हेतु निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ने समस्त प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी मरीज को परेशान न किया जाये तथा बाहर की दवा न लिखे। सभी वीपीएम, बैम, वीसीपीएम एवं डाटा इन्ट्री आपरेटर अच्छे ढंग से कार्य करे।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा0 एके झा, डा0 संजय गुप्ता, डैम राजेश मिश्रा, डीसीपीएम, समस्त सीएचसी/पीएचसी के एमओआईसी, बीपीएम, बीसीपीएम आदि उपस्थित रहे।