जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी ने सोमवार को जिला गंगा संरक्षण समिति की मासिक बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें गंगा की सहायक नदियों के संरक्षण एवं उन्हें प्रदूषण मुक्त बनाए रखने के लिए किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की गई।
जिलाधिकारी ने कर्णप्रयाग में निर्माणाधीन तीन एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) का निरीक्षण करने और अक्टूबर के पहले सप्ताह तक जल संस्थान को सौंपने के निर्देश दिए। इसके लिए एसडीएम, जल संस्थान, जल निगम और खान अधिकारी को संयुक्त निरीक्षण करने का आदेश दिया गया।
उन्होंने जिले के सभी नगर पंचायतों और निकायों के ईओ (कार्यकारी अधिकारी) को शत-प्रतिशत डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन सुनिश्चित करने और सूखे एवं गीले कूड़े के अलग-अलग निस्तारण की जानकारी नियमित रूप से भेजने का निर्देश दिया। प्लास्टिक उपयोग पर प्रभावी रोक लगाने के लिए सभी ईओ को नियमित जांच करने के निर्देश भी दिए गए।
बैठक में डीपीओ नमामि गंगे गोविन्द बुटोला ने बताया कि जिले में 16 एसटीपी का कार्य पूरा हो चुका है, जिनमें से 12 को जल संस्थान को सौंप दिया गया है और 28 नालों को इन एसटीपी से जोड़ा गया है।
बैठक में सीडीओ नन्दन कुमार, डीएफओ सर्वेश दूबे, पीडी आनन्द सिंह, जल संस्थान के अधीक्षण अभियंता एसके श्रीवास्तव, ईओ गोपेश्वर पीएस नेगी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।