अवधनामा संवाददाता
ललितपुर(Lalitpur)। जिलाधिकारी अन्नावि दिनेशकुमार की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की शासी निकाय की बैठक कलैक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गयी। बैठक में सर्वप्रथम सीएमओ ने पिछली बैठक में लिये गए निर्णयों की अनुपालन आख्या प्रस्तुत की गई। जननी सुरक्षा योजना की समीक्षा के दौरान बताया गया कि जननी सुरक्षा योजना के तहत 20 जून 2021 तक कुल 4116 प्रसव किये गए थे, जिसके सापेक्ष 20 जून 2021 तक कुल 2512 लाभार्थियों का भुगतान किया जा चुका है, जिससे लाभार्थियों का भुगतान का 61 प्रतिशत रहा। बताया गया कि जननी सुरक्षा योजना के तहत 21 मई 2021 से 20 जून 2021 तक 1686 लाभार्थियों के सापेक्ष 1141 लाभार्थियों को भुगतान कर दिया गया है तथा 545 लाभार्थी शेष हैं। इस प्रकार भुगतान की प्रगति 67.67 प्रतिशत है। मड़ावरा में भुगतान की स्थिति खराब होने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए शीर्घ भुगतान के निर्देश दिये। जननी सुरक्षा योजना एफआरयू के तहत जनपद में दो एफआरयू क्रियाशील हैं, जहां सामान्य प्रसव के अतिरिक्त सिजेरियन प्रसवों की सुविधा उपलब्ध है। साथ ही जनपद में 11 एल-2 इकाईयां एवं 93 मान्यता प्राप्त उपकेन्द्र हैं, जिनमें संस्थागत प्रसव की सुविधा उपलब्ध है। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिये कि जब तक कोई प्रतिस्थानी ज्वाइन न कर ले, किसी भी चिकित्सक को रिलीव न किया जाए। मातृ मृत्यु की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि आंकड़ों में मृत्यु का स्पष्ट कारण लिखा जाये, मृत्यु पर डेथ ऑडिट अवश्य करायें, साथ ही मृत्यु दर में कमी लायें। इसके उपरान्त जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम की समीक्षा के तहत बताया गया कि जनपद की स्वास्थ्य इकाईयों पर 2920 प्रसव किये गए, साथ ही नि:शुल्क परिवहन व्यवस्था 102 व 108 गाडिय़ों से उपलब्ध करायी जाती है। नि:शुल्क भोजन व्यवस्था, नि:शुल्क उपचार, नि:शुल्क खून व पेशाब की जांचे, ब्लॉक स्तरीय चिकित्सा इकाईयों पर, अल्ट्रासाउंड सुविधा तथा नि:शुल्क ब्लड ट्रांसफ्यूजन की सुविधा जिला महिला चिकित्सालय में उपलब्ध करायी जा रही है। परिवार नियोजन की समीक्षा में जिलाधिकारी महोदय ने निर्देश दिये कि परिवार नियोजन के सम्बंध में लोगों को विभिन्न माध्यमों से जागरुक करें। पोषण पुनर्वास केन्द्रों की समीक्षा के दौरान बताया गया कि जनपद के सभी ब्लॉक स्तरीय चिकित्सालयों में 06 शय्या एवं जिला चिकित्सालय पुरुष में 10 शय्या एनआरसी स्थापित एवं क्रियाशील हैं। यह भी बताया गया कि जनपद में 102 की 16, 108 की 22 एम्बुलेंस संचालित हैं, जिनमें समस्त उपकरण क्रियाशील हैं। आईडीएसपी कार्यक्रम के तहत जनपद में संक्रामक रोगों का सर्वलेन्स एवं प्रभावी रोकथाम हेतु कार्यवाही की जाती है, वर्तमान में आईडीएसपी कार्यक्रम के अंतर्गत कोविड-19 के सर्वलेन्स एवं प्रभावी रोकथाम का कार्य किया जा रहा है। आयुष्मान भारत योजना की समीक्षा में बताया गया कि जनपद में 89435 लाभार्थी परिवारों के 447175 सदस्य योजना से आच्छादित हैं, जिसमें से 102407 गोल्डन कार्ड बनाये जा चुके हैं। इस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि गोल्डन कार्ड की प्रगति धीमी है, इसके लिए ब्लॉक स्तर पर गोल्डन कार्ड बनाये जाने की व्यवस्था करें, इस पर त्वरित गति से कार्य करने की जरुरत है। इस कार्य में क्षेत्रीय कर्मचारियों लेखपाल, कोटेदार एवं ग्राम प्रधानों का सहयोग लें। प्रत्येक ग्राम के लाभार्थियों की सूची ग्राम लेखपाल को माइक्रोप्लान के साथ उपलब्ध करायें तथा सम्बंधित उप जिलाधिकारी इसकी निगरानी करें। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि गोल्डन कार्ड नि:शुल्क बनाया जाये। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिये कि प्रत्येक बैठक में सम्बंधित कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधियों को अवश्यक बुलाया जाये, साथ ही विभाग के तकनीकि सहायक निर्माण के दौरान साप्ताहिक आधार पर साइट का निरीक्षण कर आख्या प्रस्तुत करें।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार पाण्डेय, अपर जिलाधिकारी वि./रा. अनिल कुमार मिश्र, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक पुरुष डा.राजेन्द्र प्रसाद, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक महिला डा.हरेन्द्र सिंह चौहान, जिला क्षय रोग अधिकारी डा.जे.एस.बक्शी, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा.हुसैन खान, जिला कार्यक्रम अधिकारी पुष्पा वर्मा, डा.डी.सी. दोहरे सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य चिकित्साधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।