अवधनामा संवाददाता
अभियंताओं को हर समय सजग व सतर्क रहने का दिया निर्देश
कुशीनगर। जिलाधिकारी एस राजलिंगम व पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल ने गुरुवार को नारायणी नदी के नरावजोत संवेदनशील तटबंध का निरीक्षण किया। इस दौरान बाढ़ से निपटने के लिए सभी तैयारियों का बारीकी से जायजा लिया और जरुरी निर्देश दिया।
सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर मानसून के दृष्टिगत जिला प्रशासन नदी तटबंधों व आबादी क्षेत्र की सुरक्षा को लेकर सजग हो गया है। यही वजह है कि जिलाधिकारी ने अभियंताओं को हर समय सजग व सतर्क रहकर बढ़ते जलस्तर व संवेदनशील तटबंधों की निगरानी करने के निर्देश दिया हैं। डीएम व एसपी ने ग्रामीणों से बातचीत कर बाढ़ से संबंधित समस्याओं की जानकारी ली और उसके अनुरूप बाढ़ व सिचाई विभाग के अभियन्ताओं को निर्देशित किया। निरीक्षण के क्रम तटबंधों पर क्षेत्रीय अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा लगातार निगरानी किये जाने व प्रतिदिन की स्थिति से अवगत कराए जाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने बताया कि बाढ़ की आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी तैयारियां समय रहते पूर्ण कर लेने के निर्देश दिए गए हैं। जिससे किसी भी विकट परिस्थिति से आसानी से निपटा जा सके। यदि कोई लापरवाही हुई तो सम्बंधित व्यक्ति पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
गंडक का घटा जलस्तर
वाल्मीकिनगर बैराज से बुधवार की सुबह से गंडक नदी में पानी का डिस्चार्ज बढ़ते हुए सुबह आठ बजे एक लाख 42 हजार एक सौ, 12 बजे एक लाख 86 हजार दो सौ, दो बजे दो लाख 12 हजार दो सौ, शाम चार बजे दो लाख 27 हजार, शाम छह बजे दो लाख 67 हजार क्यूसेक रहा। रात आठ बजे डिस्चार्ज में कमी होकर दो लाख 60 हजार आठ सौ क्यूसेक हो गया। गुरुवार की सुबह सात बजे दो लाख 27 हजार क्यूसेक, दिन में एक बजे दो लाख छह हजार चार सौ क्यूसेक डिस्चार्ज रहा। इससे गंडक नदी के जलस्तर में कमी आई है।
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