कानपुर। (Kanpur) पीड़ितों की समस्याओं की थानों में सुनवाई न होने पर राष्ट्रीय विकलांग पार्टी के पदाधिकारियों ने सोमवार सुबह पुलिस कार्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन करके नारेबाजी की। संगठन ने सात दिव्यांगों के शिकायती पत्र भी एएसपी ग्रामीण को सौंपकर कार्रवाई की मांग की।
राष्ट्रीय विकलांग पार्टी के जिलाध्यक्ष राहुल कुमार ने बताया कि थानों में दिव्यांगजनों की सुनवाई नहीं हो रही है। घाटमपुर कस्बे के जवाहरनगर निवासी दृष्टिहीन नफीस अहमद की घाटमपुर बस स्टॉप के बगल में रेडीमेड कपड़ों की दुकान है। उनकी दुकान पर किसी और व्यक्ति ने जबरन कब्जा कर लिया है। विरोध पर वह गाली गलौज व जान से मारने की धमकी देता है। थाने में तहरीर दी गई लेकिन आज तक कार्रवाई नहीं हुई।
पुराना कानपुर निवासी दिव्यांग सुनील झा के मकान पर भी इलाके के कुछ लोग जबरिया कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। बिधनू के जामू गांव निवासी प्रेम कुमार तिवारी के उत्पीड़न के मामले में रिपोर्ट लिखाई गई थी, लेकिन पुलिस न तो गवाहों के बयान ले रही है और न ही कोई कार्रवाई कर रही है। बरसायतपुर निवासी रूबी सोनकर ने कल्याणपुर में रिपोर्ट लिखाई थी, लेकिन उसमें भी कार्रवाई नहीं हुई।
चकेरी अंबेडकर विहार निवासी शैलेष सिंह ने अपनी छोटी बहन पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है लेकिन थाना पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। धनकुट्टी निवासी गुड्डी दीक्षित ने अपनी पुत्रवधू के खिलाफ तहरीर दी थी, पर कार्रवाई नहीं हुई। टीपीनगर निवासी दिव्यांग धीरेन्द्र कुमार केसरवानी की शिकायत को भी ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। एएसपी ग्रामीण आदित्य शुक्ला ने पार्टी के पदाधिकारियों को जांच के बाद कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।