लखनऊ। गोमती रिवर फ्रंट से नदी में कूदे हर्षराज रावत का शव आखिरकार गुरुवार की रात को गोताखोरों की मदद से निकाल लिया गया। पिता का आरोप है कि रेस्त्रां मालिक ने उसकी तीन माह से पगार रोक रखी थी। जिसे लेकर वह काफी परेशान था। पुलिस का कहना है कि इस मामले में घरवालों से कोई तहरीर नहीं मिली है।
सोमवार को दृष्टि कंट्रोल रूम का निरीक्षण करते वक्त जेसीपी नवीन अरोरा को एक युवक गोमती रिवर फ्रंट से नदी में कूदते दिखाई पड़ा। इस पर जेसीपी ने पुलिस को मौके पर भेज युवक की तलाश करने के लिए कहा था। उसकी पहचान बाराबंकी के फतेहपुर मोहम्मदपुर निवासी प्रमोद रावत के बेटे हर्षराज रावत के रुप में हुई। गुरुवार की रात पुलिस को युवक का शव नदी किनारे उतराता मिला। पिता ने बताया कि हर्षराज गोमतीनगर स्थित एक रेस्त्रां में काम करता था। रेस्त्रां मालिक ने उसकी पगार रोक दी थी। जिसे लेकर वह काफी तनाव में था। मृतक के परिवार में मां मंजू और उसके चार भाई हैं।