अवधनामा संवाददाता
जिला महिला चिकित्सालय ने ईको फ्रेंडली में पाई द्वितीय रैंक
दोनों जिला चिकित्सालयों का चयन होने से स्वास्थ्य विभाग में खुशी की लहर
ललितपुर। जनपद के महिला एवम पुरुष जिला चिकित्सालय को एक बार फिर कायाकल्प अवार्ड के लिए चुना गया है। वर्ष 2022-23 के कायाकल्प योजना में दोनों जिला जिला चिकित्सालयों का चयन होने से स्वास्थ्य विभाग में खुशी की लहर है। अब इन दोनों जिला चिकित्सालयों के मरीजों व तीमारदारों की सुविधाओं में बढ़ोत्तरी के लिए तीन-तीन लाख रुपए मिलेंगे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.जे.एस.बक्शी ने कहा कि कायाकल्प अवार्ड के मानक पूरे करने वाले चिकित्सालयों को अवार्ड देकर सम्मानित किया जाता है। इसके लिए चिकित्सालयों को आंतरिक व बाह्य मूल्यांकन से गुजरना होता है। इसमें बेहतर प्रदर्शन करने वालों का चयन अवार्ड के लिए किया जाता है। इस अवार्ड को पाने में स्वास्थ्य विभाग के संबंधित अधिकारी और कर्मचारियों ने बहुत मेहनत की है और वह बधाई के पात्र हैं। पूरे स्टाफ की बेहतर कार्य प्रणाली के कारण ही चिकित्सालयों को अवार्ड मिला है। जिला चिकित्सालय पुरूष के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि कायाकल्प अवार्ड योजना में जिला चिकित्सालय को चुना गया है। उन्होंने जिला क्वालिटी एश्योरेंस टीम सहित चिकित्सालय स्टाफ की प्रशंसा की। चिकित्सालय में स्वच्छता को प्रोत्साहित करते हुए स्वास्थ्य सेवाओं में वृद्धि की जा रही है। जिला चिकित्सालय महिला की मुख्य चिकित्साअधीक्षक डा.मीनाक्षी सिंह ने बताया कि जिला क्वालिटी एश्योरेंस टीम की कड़ी मेहनत एवं चिकित्सालयों के समस्त स्टाफ के सहयोग की वजह से ही कायाकल्प पुरस्कार प्राप्त करना संभव हुआ है। उन्होंने सभी स्टाफ को बधाई दी है। कायाकल्प योजना के जिला कंसलटेंट डा तारिक अंसारी ने बताया कि कायाकल्प अवार्ड योजना में जनपद स्तर पर जिला महिला अस्पताल ने 91.70 प्रतिशत अंक लेकर पांचवां स्थान प्राप्त किया है जबकि ईको फ्रेंडली अवार्ड में 89.05 स्कोर बनाकर द्वितीय रैंक हासिल की है। वहीं जिला पुरुष चिकित्सालय ने 74.39 प्रतिशत अंक लेकर 79 वा स्थान प्राप्त किया है। इस अवार्ड के लिए चयनित होने पर सरकार की ओर से तीन लाख रुपये की धनराशि मिलेगी, जिसमें 75 प्रतिशत हिस्सा अस्पताल की व्यवस्थाओं और 25 प्रतिशत स्टॉफ को बतौर इनसेंटिव प्रदान किया जाएगा।
क्या है कायाकल्प
सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों में स्वच्छता एवं सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाने के उद्देश्य से भारत सरकार ने यह महत्वाकांक्षी योजना 15 मई 2015 को आरंभ की थी। इसके तहत चेक लिस्ट के आधार पर स्वास्थ्य केन्द्रों का तीन चरणों में असेस्मेंट किया जाता है। योजना के मुताबिक राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले जिला स्तरीय चिकित्सालयों को 50 लाख रुपये, द्वितीय को 20 लाख रुपये एवं तृतीय को 10 लाख रुपये और जो 70 प्रतिशत से अधिक अंक पाते हैं उन्हें तीन लाख रुपये दिये जाते हैं।
इन आठ बिन्दुओं पर होता मूल्यांकन
स्वास्थ्य केंद्रों का आठ बिन्दुओं जैसे अस्पताल का रखरखाव, साफ-सफाई, बायो मेडिकल निस्तारण, ईको फ्रेंडली, इन्फेक्शन कंट्रोल, सहयोगी सेवा एवं मरीजों को दवा देने आदि बिंदु पर मूल्यांकन किया जाता है।