सिद्धार्थनगर। स्वास्थ्य समिति (डी0एच0एस0) एवं स्वास्थ्य विभाग से संबधित योजनाओ की समीक्षा बैठक जिलाधिकारी डा0 राजा गणपति आर0 की अध्यक्षता एवं मुख्य विकास अधिकारी जयेन्द्र कुमार की उपस्थिति में कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक सम्पन्न हुई।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी डा0 राजागणपति आर0 द्वारा पिछली बैठक में दिये गये निर्देशो के प्रगति की समीक्षा की गयी। उनके द्वारा टी0बी0 के मरीजों की जांच करने में प्रभारी चिकित्सा अधिकारी लोटन, बढ़नी, भनवापुर की प्रगति ठीक न होेने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की गयी।जिलाधिकारी ने कहा कि यह सरकार का महत्वपूर्ण कार्यक्रम है इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दास्त नहीं की जायेगी। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सीएचओ के माध्यम से आशा द्वारा कम से कम 02-03 मरीजों का सैम्पल एकत्रित किया जाये।टी0बी0 के मरीजों को उपचार के दौरान 1000 रूपये मिलने वाली प्रोत्साहन राशि समय से शतप्रतिशत भुगतान कराने का निर्देश दिया।जिलाधिकारी ने सभी एमओआईसी को टीकाकरण सत्र का शेड्यूल के अनुसार निरीक्षण करे तथा टीकाकरण की फीडिंग तथा शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने का निर्देश दिया। बैठक में उपस्थित सभी बीसीपीएम को निर्देश दिया कि नये बच्चो के जन्म पर आशा से प्राप्त रिपोर्ट की फीडिंग सही समय पर की जाये। गांव में जाकर बीसीपीएम 05-05 घरो का रेण्डमली निरीक्षण कर जांच करेगे। सभी आशाओ को दी गयी किट को भी चेक करे, उसके पास पूरी सामग्री है या नही। इसके अलावा जिन चीजों की कमी हो उन्हें क्रय करने का निर्देश दिया। गर्भवती महिलाओ का प्रसव अस्पताल में ही हो।
जन्म लेने वाले बच्चो का वजन ठीक ढंग से लिया जाये इसमें किसी भी प्रकार की त्रुटि नही होनी चाहिए। सभी बीसीपीएम को वजन मशीन को ठीक कराने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी डा0 राजागणपति आर0 ने प्राचार्य मेडिकल कालेज, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, समस्त एमओआईसी को निर्देश देते हुए कहा कि किसी गर्भवती महिला को जानबूझ कर किसी अन्य जगह रेफर कदापि न किया जाये। इस प्रकार की शिकायत प्राप्त होने पर मेरे स्तर से कड़ी कार्यवाई की जायेगी। जिलाधिकारी डा0 राजागणपति आर ने सभी संबधित मेडिकल आफिसरो को निर्देश देते हुए कहा कि जहां पर एक्स-रे मशीन नहीं है वहां मशीन स्थापित कराया जाये। जिलाधिकारी द्वारा अनटाइड फन्ड, परिवार नियोजन, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना, टीकाकरण अभियान,पीसीपीएनडीटी, रोगी कल्याण समिति, हेल्थ वेलनेस सेन्टर, जननी सुरक्षा योजना आदि की समीक्षा की गयी। कल्याण समिति व अन्टाइड फन्ड से नियमानुसार उपकरण, मरीजो के बैठने हेतु फर्नीचर की नियमानुसार क्रय करने का निर्देश दिया। ई-संजीवनी के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा मरीजों को टेली मेडिसिन सुविधा उपलब्ध करानें हेतु निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ने समस्त एमओआईसी को निर्देश दिया कि गर्भवती महिलाओ को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि समय से दिया जाये। जिलाधिकारी ने समस्त प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को सभी सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी के कार्यों की समीक्षा सप्ताह में करने का निर्देश दिया। समस्त प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी मरीज को परेशान न किया जाये तथा बाहर की दवा न लिखे।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 रजत कुमार चौरसिया, प्राचार्य डा0 राजेश मोहन, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ0 एके झा, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ0 एमएम त्रिपाठी, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी, डॉ0 संजय गुप्ता, बीएमसी यूनीसेफ रूपेश त्रिपाठी, डीपीएम, डीसीपीएम, समस्त सीएचसी/पीएचसी के एमओआईसी, बीपीएम, बीसीपीएम, आदि उपस्थित रहे।
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