जिला स्वास्थ्य समिति की मासिक समीक्षा बैठक गुरुवार को कलेक्ट्रेट के डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम सभागार में जिलाधिकारी घनश्याम मीना की अध्यक्षता और मुख्य विकास अधिकारी चन्द्र शेखर शुक्ला की उपस्थिति में संपन्न हुई। बैठक में स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई और जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए गए।जिलाधिकारी ने जननी सुरक्षा योजना, जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, फैमिली प्लानिंग, और संस्थागत प्रसव जैसे कार्यक्रमों की समीक्षा की। उन्होंने मां और नवजात ट्रैकिंग पोर्टल पर शत-प्रतिशत डेटा फीडिंग, जन्म पंजीकरण, गर्भवती महिलाओं में एनीमिया रोकथाम के लिए आयरन की दवाइयां देने, और शत-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों के टीकाकरण के लिए माइक्रोप्लान बनाकर कार्य किया जाए।जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग से मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने और योजनाओं के लाभार्थियों को समयबद्ध भुगतान सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत डेटा फीडिंग में तेजी लाने, फैमिली प्लानिंग के लिए काउंसलिंग बढ़ाने, और शत-प्रतिशत संस्थागत प्रसव सुनिश्चित करने पर जोर दिया।
आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, और एएनएम को समय पर भुगतान करने के निर्देश दिए गए।बैठक में राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन, टीबी उन्मूलन, और आभा आईडी निर्माण जैसे कार्यक्रमों की भी समीक्षा की गई। लक्ष्य के सापेक्ष कम प्रगति पर नाराजगी जताते हुए जिलाधिकारी ने एमओआईसी सरीला को हटाने के निर्देश दिए।इस अवसर पर एडीएम वित्त एवं राजस्व, सीएमओ डॉ. गीतम सिंह, सभी डिप्टी सीएमओ, एसीएमओ, सीएमएस पुरुष व महिला अस्पताल, सभी एमओआईसी, और अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।यह बैठक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने और योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन पर केंद्रित रही।