अवधनामा संवाददाता
लखीमपुर खीरी- शासन के निर्देश पर विभिन्न आपदाओं के परिपेक्ष में जिले के प्राइमरी, माध्यमिक, डिग्री कॉलेज के प्रधानाध्यापकों, लेखपाल, ग्राम प्रधान, राजस्व कानूनगो, सचिव को 06 नवंबर से आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस संबंध में डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में आपदा प्रशिक्षण को सकुशल संपन्न करने के लिए जनपदीय अधिकारियों की बैठक लेकर रणनीति तय की।बैठक की अध्यक्षता करते हुए डीएम ने आपदा प्रबंधन के इस प्रशिक्षण की आवश्यकता एवं प्रासंगिकता बताइ। अफसर सौंपें गए दायित्वों का कुशलता पूर्वक निर्वहन करें। आपदा के दौरान वितरित किए जाने वाले लंच पैकेट में गुणवत्ता को प्रत्येक दशा में सुनिश्चित कराया जाए। भोजन की गुणवत्ता को प्रतिदिन सुनिश्चित कराने के लिए एसडीएम, मजिस्ट्रेट स्तर के अधिकारी को भेजा जाएगा। प्रशिक्षण स्थल पर एंबुलेंस एवं फायर ब्रिगेड की उपलब्धता हेतु संबंधित को निर्देशित किया। प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले सर्व संबंधित की उपस्थिति संबंधित विभाग की जिम्मेदारी होगी।उन्होंने बताया कि शासन के निर्देश पर विभिन्न आपदाओं के परिपेक्ष में जिले के 1164 ग्राम पंचायत के पंचायत प्रतिनिधि, 189 ग्राम सचिव, 358 लेखपाल, 73 राजस्व निरीक्षक सहित कुल 1784 लोगों को आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसी प्रकार स्कूलों, डिग्री कॉलेज में छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षित किए जाने के लिए जिले के 2901 प्राइमरी, 311 माध्यमिक एवं 62 डिग्री कॉलेज के कुल 3274 प्रधानाचार्य को शामिल करते हुए कुल 5058 व्यक्तियों को मास्टर ट्रेनर बनाने के लिए जनपद स्तर पर 06 नवंबर से 21 नवंबर तक (अवकाश के दिनों को छोड़कर) धर्म सभा इंटर कॉलेज में प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।एडीएम संजय कुमार सिंह ने बताया कि प्रशिक्षण की तैयारी पूरी कर ली गई है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभागियों को लघु वृत क्षेत्र तथा पावर पॉइंट के माध्यम से प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके संबंध में समुचित व्यवस्था जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा सुनिश्चित की जाएगी। प्रतिभागियों को प्रशिक्षण सामग्री के रूप में विभिन्न आपदाओं के दौरान क्या करें, क्या ना करें के संबंध में तैयार की गई प्रशिक्षण के वितरित की जाएगी। इसके साथ ही आपदा में प्रभावित समुदाय को राज्य आपदा मोचक निधि गाइडलाइन के अंतर्गत देय राहत राशि से संबंधित बुकलेट भी वितरित किए जाएंगे। प्रशिक्षण प्राप्त प्रतिभागी अपने-अपने गांव में लोगों को भी जागरूक करेंगे।