अवधनामा संवाददाता
बांदा। जनपद निवासी कुंवर दिग्विजय सिंह नेगी ने 16 दिसंबर 2022 को महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय यूनिवर्सिटी से विज्ञान एवं पर्यावरण संकाय के जंतुविज्ञान विषय में डाक्टरेट की उपाधि प्राप्त की। डा. कुंवर दिग्विजय सिंह नेगी ने मध्य प्रदेश के महामहिम राज्यपाल मांगूभाई पटेल व डा. सुधांशु चतुर्वेदी (भाजपा प्रवक्ता ) के कर कमलों से उक्त उपाधि को प्राप्त कर बुंदेलखंड में बांदा का नाम रोशन किया है।डा. कुंवर दिग्विजय सिंह नेगी ने बांदा में बहने वाली जीवनदायिनी केन नदी पर शोध कार्य किया, जिसमें उन्होंने नदी में पाई जाने वाली जैव विविधता और नदी की भौतिकदृरासायनिक स्थिति के संबंध में गहन शोध कर के नदी और जीवों के संरक्षण पर कार्य किया। केन नदी पर मौसम परिवर्तन के आधार पर जीवों व पादपों के विकास क्रम व विविधता पर अध्ययन किया। साथ ही डॉक्टर नेगी ने केन नदी में बढ़ रहे प्रदूषण को भी केंद्रित कर भूरागढ़ में मिलने वाले गंदा नाला व नगर पालिका द्वारा भूरागढ़ में डाले जा रहे टनों कूड़े की समस्या को भी प्रबलता से उठाया। अपने प्रकाशित पेपर में उन्होंने न सिर्फ समस्याओं को उजागर किया बल्कि उनका निवारण भी दिया, जिसमें प्रशासन द्वारा ₹10 में प्लास्टिक खरीदने के केंद्र खोलने का प्रस्ताव मेडिकल कॉलेज के इंटरनेशनल सेमिनार में सन 2018 में दिया गया, जोकि सफलतापूर्वक लागू कर प्रणाम भी सकारात्मक प्राप्त किए गए। अवैध बालू खनन को भी अपनी थीसिस में प्रमुखता से देकर उन्होंने उससे होने वाले जैव विविधता की हानि और भूमिगत जल में गिरने के कारणों को उजागर किया जो कि नदी पर आश्रित बांदा की जनता को हानि पहुंचा रहा है। सरकार को यूज्ड पॉलिथीन खरीद केंद्र खोले जाने चाहिए जिससे जनता रद्दी अखबार की तरह एकत्रित कर पॉलिथीन को 10 रुपए में बेच सके। यह भी सलाह दी कि नदी के जल में उपस्थित मछलियों के उत्पादन में वृद्धि की जाए। जिससे मछली उद्योग को उछाल मिले। डॉ दिग्विजय सिंह नेगी ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता- स्व डा. प्रभा देवी जो कि जिला अस्पताल बांदा मे नेत्र सर्जन रही हैं। डॉ नेगी की बड़ी बहन गार्गी नेगी पूर्व महा मंत्री पंडित जे एन डिग्री कालेज बांदा और छोटी बहन वीरांगना नेगी बुंदेलखंड विश्व् विद्यालय झांसी ने खुशी जाहिर की।