अवधनामा संवाददाता
मसौली बाराबंकी। ग्राम सिसवारा स्थित दिगंबरनाथ मंदिर मे चल रहे रुद्रात्मक हनुमंत महायज्ञ एव वेदांत संत सम्मेलन के सातवें दिन अयोध्या से कथव्यास पंडित ओमप्रकाश त्रिपाठी ने महामुनि विश्वामित्र के यज्ञ मे व्यवधान डाल रहे राक्षसों के वध के लिए राम लक्ष्मण की मांग की कथा सुनाई।
यज्ञाधीश विनोदाचार्य की अध्य्क्षता मे कथावाचक पंडित ओमप्रकाश त्रिपाठी ने अनुज समेत देहु रघुनाथा। निसिचर बध मैं होब सनाथा की चौपाई सुनाते हुए राजा दशरथ से कहा कि हे राजन राक्षसों के समूह मुझे बहुत सताते हैं, इसीलिए मैं तुमसे कुछ माँगने आया हूँ। छोटे भाई सहित रघुनाथ को मुझे दो। राक्षसों के मारे जाने पर मैं सनाथ (सुरक्षित) हो जाऊँगा। राजा दशरथ व ऋषि विश्वामित्र के संवाद सुनकर लोग भाव विभोर हो गए। कार्यक्रम मे यज्ञाधीश विनोदाचार्य की देखरेख मे आचार्य कुलदीप शुक्ल, योगेश त्रिपाठी, अनिकेत दीक्षित, विदुर शुक्ला, अंशु शुक्ला आचार्यो द्वारा रूद्राभिषेक किया गया।
इस मौक़े पर पुजारी शिवकुमार वर्मा, गजेंद्र वर्मा, सुरेंद्र नाथ वर्मा, लवकुश यादव, राकेश, मैकुलाल यादव, राजेश यादव, हरिश्चंद्र यादव आदि लोग मौजूद रहे।02