एमजीयूजी में हुआ ‘विकसित भारत युवा संसद 2025’ का आयोजन

0
30

एक राष्ट्र-एक चुनाव प्रणाली से होगी समय व धन की बचत : कुलपति

गोरखपुर । महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर (एमजीयूजी) में ‘विकसित भारत युवा संसद 2025’ का आयोजन किया गया। दो दिवसीय आयोजन के पहले दिन उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि पिपराइच के विधायक महेन्द्रपाल सिंह ने कहा कि भारत को विकसित करने में युवाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। हमारी युवा शक्ति इतनी ऊर्जावान है कि वह देश को विकसित देशों की कतार में पहले स्थान पर लाने में सक्षम है। जरूरत सिर्फ इस बात की है कि उन्हें राष्ट्र हित में उचित मार्गदर्शन प्राप्त हो। यह बेहद सुखद है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ युवाओं को अनेकानेक योजनाओं से सतत प्रेरित और प्रोत्साहित कर रहे हैं।

विधायक श्री सिंह ने कहा कि यह युवा संसद इसलिए महत्वपूर्ण है कि इसमें प्रतिभागी युवा अपनी बात रखेगा और इसके जरिये विकसित राष्ट्र के निर्माण में उसकी भूमिका बढ़ेगी। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सुरिंदर सिंह ने कहा कि लोकतंत्र की मजबूती और देश को विकसित बनाने में युवाओं को अपना योगदान सुनिश्चित करना होगा। कुलपति ने एक राष्ट्र-एक चुनाव पर चर्चा करते हुए कहा कि आज के समय देश में चुनावों का दौर निरंतर बना ही रहता है। केंद्र, राज्य और स्थानीय निकायों के चुनावों के बीच अंतर इतना कम होता है कि पूरी प्रक्रिया देश को आर्थिक रूप से खर्चों में वृद्धि, प्रशासनिक बोझ और समय की बर्बादी का सामना करना पड़ता है। यदि एक राष्ट्र-एक चुनाव की अवधारणा को अपनाया जाए तो धन और समय की बचत कर देश को विकासशील से विकसित बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यदि युवा चाह ले तो देश को विश्व गुरु बनने से कोई नहीं रोक सकता।

विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित सिद्धार्थ विश्वविद्यालय सिद्धार्थनगर के पूर्व कुलपति एवं वर्तमान में गोरखपुर विश्वविद्यालय के आचार्य प्रो. रजनीकांत पांडेय ने कहा कि इस प्रकार का आयोजन भारत के युवाओं के प्रतिभा को देश के मंच पर लाने के लिए बहुत आवश्यक है। उन्होंने बताया कि दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय गोरखपुर में युवा संसद का आयोजन पिछले सात वर्षो से हो रहा है। युवा संसद का आयोजन युवाओं की सोच, व्यक्तित्व और उनके नेतृत्व क्षमता के विकास के लिए बहुत उपयोगी है। पूर्वोत्तर रेलवे के पूर्व प्रमुख परिचालन प्रबंधक रणविजय सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को विकसित करने में युवाओं का जिस तरह आह्वान किया है, वह सराहनीय है। उन्होंने कहा कि किसी भी निर्णय के दो पक्ष होते हैं, एक समाजिक और दूसरा अर्थिक। श्री सिंह ने यह भी कहा कि अगर देश के सभी चुनाव एक साथ होते है तो देश आर्थिक रूप से मजबूत होगा।

वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. वेद प्रकाश पांडेय ने कहा कि एक राष्ट्र-एक चुनाव प्रणाली से देश को अनेक लाभ होंगे। भारत के विकसित राष्ट्र बनने में एक राष्ट्र एक चुनाव की अहम भूमिका होगी। उन्होंने कहा कि भारत में कुल जनसंख्या की लगभग 60 प्रतिशत जनसंख्या युवा है और यह देश को विकसित बनाने के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण पूंजी है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांत अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि विकसित भारत युवा संसद आयोजित करने का उद्देश्य है कि भारत की युवा शक्ति को राजनीति की अगली पंक्ति में शामिल किया जा सके। उन्होंने कहा कि अगर हम किसी भी काम को पूरी लगन के साथ करते है तो अवश्य ही सफलता प्राप्त होगी। नेहरू युवा केंद्र की जिला कार्यक्रम अधिकारी सीमा पांडेय ने सभी को युवा संसद के आयोजन की रूपरेखा और उद्देश्य पर प्रकाश डाला।

आयोजन में उपस्थित प्रमुख अभ्यागतों का स्वागत महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर के कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव और कार्यक्रम समन्वयक डॉ. अखिलेश कुमार दूबे ने किया। आयोजन में प्रो. सुनील सिंह, डॉ. शशिकान्त सिंह, डॉ. तरूण श्याम, डॉ. विकास कुमार यादव, डॉ. आयुष कुमार पाठक, डॉ. अभिषेक कुमार सिंह, अनिल कुमार पटेल, जय शंकर पांडेय, जनमेजय सोनी, रश्मि झा, प्रज्ञा पांडेय, सुमन यादव, गरिमा पांडेय, कविता साहनी, कमल नयन श्रीवास्तव, शारदानन्द पांडेय, रवि कुमार, अविनाश कमल मिश्रा आदि की सक्रिय भागीदारी रही। इस आयोजन में गोरखपुर, कुशीनगर, महराजगंज एवं संतकबीरनगर के युवा प्रतिभाग कर रहे हैं। उद्घाटन के बाद आज के दोनों सत्रों में 50 युवाओं ने अपने वक्तव्य से सभी को प्रभावित किया और देश को विकसित करने के लिए समाज के सम्मुख अपने विचार प्रस्तुत किए।

Also read

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here