अवधनामा संवाददाता
व्यापारियों का शिष्टमंडल नवागंतुक वाणिज्य कर एडीशनल कमिश्नर ग्रेड-1 से मिला
सहारनपुर। जीएसटी विभाग के एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-1 एसपी सिंह से व्यापारी प्रतिनिधियों ने भेंटकर उन्हें ई-वे बिल की त्रुटियों को दूर किए जाने सहित जीएसटी से संबंधित कार्यशालाएं लगाये जाने का सुझाव रखा।
आज उ.प्र.उद्योग व्यापार मण्डल के जिलाध्यक्ष शीतल टण्डन के नेतृत्व में व्यापार मण्डल के पदाधिकारी मण्डल के नवान्गतुक एडीशनल कमिश्नर ग्रेड-1 एस.पी.सिंह के दिल्ली रोड स्थित वाणिज्य कर भवन पर पहुंचे और उन्हें अंगवस्त्र, पुष्प गुच्छ व पुस्तक भेंट कर सम्मानित किया। इस दौरान व्यापारी प्रतिनिधियों ने बिन्दुवार वार्ता करते हुए बताया कि ई-वे बिल में मामूली तकनीकी कमी होने के कारण जिसमें करअपंवचना की कोई संभावना नहीं होती। ऐसे मामलों में विभाग के अधिकारियों द्वारा व्यापारी को अनावश्यक परेशान किया जा रहा है और इन दिनों अनेक व्यापारियों को विभाग की ओर से पांच से पन्द्रह वर्ष पुरानी छोटी-छोटी बकाया धनराशियों के लिए नोटिस भेजे जा रहे हैं। इतनी पुरानी धनराशियों का पता लगाना और जमा करना विभाग व व्यापारियों के लिए अत्यंत कठिन कार्य है। इसलिए समाधान योजना लाये जाने की मांग की गयी। व्यापारी प्रतिनिधियों ने जीएसटी की दरों को कम करने और इसका सरलीकरण करने की मांग को दोहराया और जीएसटी से सम्बन्धित कार्यशालाएं व बैठकों के आयोजन का भी सुझाव रखा गया। एडीशनल कमिश्नर ग्रेड-1 एसपी सिंह ने व्यापारी प्रतिनिधियों को आश्वस्त किया कि वाणिज्य कर विभाग व व्यापारी एक दूसरे के पूरक हैं और उनका यह प्रयास रहेगा कि उनके विभाग के किसी अधिकारी व कर्मचारी द्वारा किसी भी व्यापारी का उत्पीड़न नहीं होने दिया जायेगा और प्रथम दृष्टया में माल के आवागमन में चैकिंग के दौरान यदि कर अपवंचना नहीं प्रतीत होती, तो मामूली तकनीकी खामी पर व्यापारी को राहत दी जाएगी और अनावश्यक टैक्स की वसूली किसी भी दशा में नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह एक निश्चित अंतराल के बाद व्यापारी प्रतिनिधियों के साथ आपसी तालमेल बनाये रखने हेतु नियमित बैठकें भी आयोजित करेंगे। प्रतिनिधिमंडल में जिला महामंत्री रमेश अरोडा, जिला कोषाध्यक्ष राजीव अग्रवाल, मेजर एस.के.सूरी, संदीप सिंघल, कर्नल संजय मिड्ढा, अशोक मलिक व राकेश मानकटला शामिल रहे।