अवधनामा संवाददाता
सौरभ जैन ने केन्द्रीय मंत्री व मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन
ललितपुर। ललितपुर में बन रहे हवाई अड्डा और मेडिकल कॉलेज को आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के नाम से बनाए जाने की मांग को लेकर सौरभ जैन ने केन्द्रीय मंत्री सहित उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को दिया है। जिसमे उन्होंने केन्द्र अथवा राज्य सरकार से मांग कि है कि प्रख्यात संत आचार्यश्री 108 विद्यासागर महाराज, जिनकी विगत दिनों पहले सल्लेखना पूर्वक समाधि मरण हुआ है। आचार्यश्री का ललितपुर जनपद में हम बुन्देलखण्ड वासियों के सौभाग्य से उनका अधिकतर प्रवास बुन्देलखण्ड में रहा, जिसमें हमारे जनपद ललितपुर में भी उनके 4-5 प्रवास रहे। अन्तिम प्रवास ललितपुर में 2018 में हुआ था जिसमें उनकी अगवानी जब हुई थी तो सभी धर्म के लाखों लोगों ने नेशनल हाइवे पर बांसी से ललितपुर तक उनके स्वागत में अगवानी हेतु पहुंचकर एक विश्व रिकॉर्ड बनाया था। ललितपुर में यदि हवाई अड्डा और मेडिकल कॉलेज को आचार्य श्री के नाम से स्थापित किया जाता है तो यह हम ललितपुर बासियो का सौभाग्य होगा। सौरभ जैन ने अपनी बात रखते हुए कहा कि में उनके बारे जितना जानता हूं कि उनके वर्तमान समय में उनके जैसा त्यागी साधु / महापुरूष उनके समकक्ष कोई भी नहीं था ये बात स्वयं देश के प्रधानमंत्री मा. नरेन्द्र मोदी/गृहमंत्री अमित भाई शाह/ उत्तर-प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित पूर्व अथवा वर्तमान में भी देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री अनेक राज्यों के मुख्यमंत्री, अन्य धार्मिक महापुरूष भी उनकी प्रत्यक्ष अवस्था व विनयांजलि में कह चुके हैं। ऐसे आध्यात्मिक जागृति के लिए उनके प्रयास, गरीबी उन्मूलन, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, गौ संरक्षण, हथकरघा सहित जीव दया और करूणा के सागर जिन्हें प्राणी मात्र के उत्थान के लिये ही अपना समस्त जीवन जिया है जिन्हें हाल ही में धरती के देवता के नाम की उपाधि से भी अलंकृत किया गया था, जिनके ऊपर अनेकों पी.एच.डी. भी की जा चुकी हैं, जिन्हें हिन्दी, संस्कृत, मराठी, कन्नड़ सहित आठ भाषाओं का ज्ञान था, उनके द्वारा अनेक ग्रन्थ लिखे गये व और उनके जीवन के ऊपर कई फिल्में भी बन चुकी हैं, हम बुन्देलखण्ड वासियों के सौभाग्य से उनका अधि कतर प्रवास बुन्देलखण्ड में रहा जिसमें हमारे जनपद ललितपुर में भी उनके 4-5 प्रवास रहे व अन्तिम प्रवास ललितपुर में 2018 में हुआ था जिसमें उनकी अगवानी जब हुई थी तो सभी धर्म के लाखों लोगों ने नेशनल हाइवे पर बांसी से ललितपुर तक उनके स्वागत में अगवानी हेतु पहुंचकर एक विश्व रिकॉर्ड बनाया था ऐसा सर्मपण था अपने गुरू के प्रति हम बुन्देलखण्ड वासियों का। सौरभ जैन ने उनके वृतांत के बारे में बताते हुए कहा कि मेरे पास शब्द और पन्ने सदा कम होंगे पर मेरा मूल उददेश्य यही है कि ऐसे महापुरूष कई सदियों में कोई होते हैं पर आज उनके न होने पर हम उनके नाम पर अगर ललितपुर में निर्मित हवाई अड्डा एवं मेडीकल कॉलेज का नाम आचार्य श्री के नाम पर रखे जाने की मांग उठायी गयी।