किसान महापंचायत में उठी सचिन पायलट को सीएम बनाने की मांग

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अवधनामा ब्यूरो

नई दिल्ली. राजस्थान की राजधानी जयपुर के चाकसू के करीब कोटखावदा में हुई किसान महापंचायत पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट का शक्ति प्रदर्शन बनकर रह गई. इस महापंचायत में सचिन पायलट के करीबी 14 विधायक शामिल हुए, जबकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गुट के एकमात्र विधायक प्रशांत बैरवा इसमें शामिल हुए. महापंचायत में सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने को लेकर जमकर नारेबाजी के साथ ही गहलोत गुट के विधायक की हूटिंग भी की गई.

कहने को तो यह महापंचायत किसानों की थी लेकिन जब शुरू हुई तो सचिन पायलट के शक्ति प्रदर्शन को प्रदर्शित करने वाली महापंचायत बन गई. इस महापंचायत में पायलट समर्थक इस बात को लेकर नाराज़ दिखे कि हाल में राजस्थान में हुए राहुल गांधी के दौरे में पायलट को पहली जैसी तरजीह नहीं मिली.

सचिन पायलट की नाराजगी से अशोक गहलोत की सरकार खतरे में आ गई थी. कांग्रेस आलाकमान ने बीच में पड़कर दोनों में पैचअप करा दिया था लेकिन आज की घटना ने यह साबित कर दिया कि गहलोत और पायलट के बीच की खाई पट नहीं रही है बल्कि लगातार गहरी होती जा रही है.

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आलाकमान ने सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच का विवाद खत्म करा दिया था लेकिन सचिन पायलट का पद तो वापस नहीं मिला लेकिन इधर उनका बंगला भी छीन लिया गया. यही वजह है कि पायलट ने अब पूरे राजस्थान में अपनी सक्रियता अचानक से बढ़ा दी है. किसान महापंचायतों में पायलट लगातार शिरकत कर रहे हैं. इन महापंचायतों के ज़रिये पायलट सरकार को अपने बढ़ते कद का अंदाजा भी कराते जा रहे हैं.

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