दिल्ली के एक एम्यूजमेंट पार्क में झूले से गिरने से एक महिला की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि पार्क संचालकों की लापरवाही के कारण उनकी बेटी की जान गई। इस घटना से एम्यूजमेंट पार्क जाने वाले लोगों में डर का माहौल है। आइए जानते हैं अगर आप गर्मी के मौसम में एम्यूजमेंट पार्क जाकर बेफिक्र होकर मस्ती करना चाहते हैं तो आपको क्या सावधानी बरतनी चाहिए।
कापसहेड़ा के फन एंड फूड विलेज एम्यूजमेंट पार्क में बृहस्पतिवार शाम टाप स्पिन झूले में बैठे होने के दौरान सीट बेल्ट खुलने से 24 वर्षीय प्रियंका की मौत हो गई थी। अब पुलिस ने इस मामले में टाप स्पिन झूले की मैकेनिकल जांच कराने का फैसला किया है। साथ ही झूले के रखरखाव से जुड़े कर्मियों से पूछताछ की जा रही है।
खामियां सामने आने पर एम्यूजमेंट पार्क के मालिक और मैनेजर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। प्रारंभिक जांच में झूले में सीट बेल्ट खुलना हादसे की वजह माना जा रहा है। इसके साथ ही एमसीडी की टीम सोमवार को पार्क का निरीक्षण कर सकती है।
विशेषज्ञों की टीम करेगी मामले की जांच
पुलिस सूत्रों के अनुसार, टाप स्पिन झूले की मैकेनिकल जांच के लिए विशेषज्ञों की एक टीम गठित की जा रही है। यह टीम झूले की संरचना, सीट बेल्ट सिस्टम और सुरक्षा मानकों की पड़ताल करेगी।
साथ ही पार्क के 12 कर्मचारियों से पूछताछ की जा चुकी है और 26 कैमरों की सीसीटीवी फुटेज पुलिस ने कब्जे में ली गई है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि हम यह जानना चाहते हैं कि स्टैंड टूटने और सीट बेल्ट खुलने के पीछे तकनीकी खराबी थी, डिजाइन खराब था या फिर रखरखाव में लापरवाही बरती गई।
यह करें
- हर झूले के बाहर लगे नियम और चेतावनी बोर्ड को ध्यान से पढ़ें। निर्देशों का पालन करें।
- सीटबेल्ट या अन्य सुरक्षा उपकरणों को खुद जांच लें। कुछ ढीला या खराब हो तो स्टाफ को बताएं।
- पार्क के सुरक्षा रिकार्ड और रिव्यू ऑनलाइन देखें।
- बच्चों को अकेले झूले पर न भेजें। उनकी उम्र और ऊंचाई के हिसाब से झूले को चुनें और साथ रहें।
अगर आपको दिल की बीमारी, हाई ब्लड प्रेशर, या गर्भावस्था जैसी स्थिति है, तो जोखिम वाले झूले पर बैठने से बचें। - पार्क में फर्स्ट एड सेंटर कहां है, यह पहले से पता कर लें ताकि आपात स्थिति में मदद मिल सके।
- पार्क में बहुत ज्यादा भीड़ हो तो झूलों पर लंबी लाइनों से बचने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उस दिन जाए, जब भीड़ कम हो।
यह न करें
- झूले के नियमों को नजरअंदाज न करें, जैसे ‘हाथ-पैर बाहर न निकालें’ या ‘बैठे रहें’।
- बारिश, तेज हवा या बिजली कड़कने की स्थिति में झूलों पर जाने से बचें, यह मशीनरी के लिए खतरनाक हो सकता है।
- नशे की हालत में झूलों पर बैठना खतरनाक हो सकता है। इससे आपकी निर्णय लेने की क्षमता प्रभावित होती है।
- चश्मा, मोबाइ, चाबी या ढीले कपड़े झूलों पर न ले जाएं। ये सामान गिर सकते हैं या मशीन में फंस सकते हैं।
- अगर आपको चक्कर, उल्टी या कमजोरी महसूस हो रही है, तो झूलों पर बैठने से बचें।
- अगर स्टाफ आपको किसी झूले पर बैठने से रोकता है, तो उसकी सलाह मानें। वे आपकी सुरक्षा के लिए ऐसा करते हैं।
- किसी नए या अनजान झूले पर बिना जानकारी के न चढ़ें। पहले उसकी सुरक्षा और संचालन के बारे में पूछताछ करें।
एनसीआर में कब-कब हुए हादसे?
- 19 अक्टूबर, आनंद विहार में दीवाली मेले में झूला टूटने के कारण 14 लोग घायल हुए।
- एक अक्टूबर, 2022: गाजियाबाद के रामलीला मैदान में झूला टूटने से तीन बच्चों समेत पांच लोग घायल हुए।
- चार अक्टूबर, 2022: आनंद विहार में रामलीला मंचन के दौरान झूला टूटने से महिला और उसका भतीजा घायल।
- 19 अक्टूबर 2023 नरेला में नवरात्रि में विशालयकाय झूले के पहिये काम करना बंद कर दिया, 20 लोग फंसे
- 7 सितंबर, 2023 को नई दिल्ली के सोम बाज़ार में लगे मेले में झूले से गिरकर एक अधेड़ महिला की मौत हो गई।
- 17 दिसंबर 2024 को गुरुग्राम के मानेसर स्थित डेल्टा-105 एडवेंचर पार्क में छठी कक्षा की एक स्टूडेंट जिपलाइन से गिर गई थी।
लापरवाही साबित होने पर मिलेगा मुआवजा
पुलिस सूत्रों का कहना है कि लापरवाही साबित हुई तो प्रियंका के स्वजन को मुआवजा मिल सकता है। पुलिस पता लगा रही है कि हादसा तकनीकी खामी से हुआ या लापरवाही से। जांच के नतीजे मुआवजे और कार्रवाई दोनों के लिए आधार बनेंगे। पुलिस ने पार्क प्रबंधन से रखरखाव रिकार्ड और सुरक्षा प्रमाणपत्र भी मांगा है।
हादसे पर क्या बोले पार्क के मालिक?
वहीं, इस पार्क के मालिक संतोख चावला ने कहा कि पार्क में 33 वर्ष में पहली बार हादसा हुआ है। जांच में पुलिस का सहयोग किया जा रहा है। पार्क में सुरक्षा उपाय किए गए हैं। झूला बंद कर दिया गया है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज कब्जे में ले ली है और प्रत्यक्षदर्शियों व प्रियंका के मंगेतर निखिल के बयान दर्ज किए हैं।
हादसे के बाद टाप स्पिन सहित पार्क का एक हिस्सा मरम्मत के लिए बंद कर दिया गया था, लेकिन परिवार इसे सुबूत छिपाने की कोशिश मान रहा है। इस हादसे ने मनोरंजन पार्कों में सुरक्षा मानकों की कमी को उजागर किया है।
जानकारों का कहना है कि सीट बेल्ट और झूले के रखरखाव में चूक चिंताजनक है। नियमित निरीक्षण और कड़े नियमों के अभाव म ऐसे हादसे बढ़ रहे हैं। लोग मांग कर रहे हैं कि सख्त गाइडलाइंस बनें।