रक्षा मंत्री ने किया लखनऊ में चल रहे विकास कार्यों का अवलोकन

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लखनऊ 30 नवम्बर। लखनऊ के सासंदध् रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज किसान पथ, टेढ़ी पुलिया, में चल रहे विकास कार्यों एवं लालकुआं से ऐशबाग पुल का भी अवलोकन किया। टेढ़ी पुलिया पर विधायक नीरज बोरा, लालकुआं में प्रदेश सरकार ने मंत्री मध्य विधानसभा के विधायक ब्रजेश पाठक एवं ऐशबाग में  विधायक सुरेश श्रीवास्तव,सुरेश तिवारी सहित कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। किसान पथ पर भ्रमण के दौरान राजनाथ सिंह ने कई जगह रुककर किसानों एवं जनता से संवाद भी किया।


सांसद प्रतिनिधि दिवाकर त्रिपाठी ने बताया कि एअरपोर्ट पर आगमन के उपरान्त उनके द्वारा लखनऊ के वृहद अवस्थापना विकास की निर्माणाधीन परियोजनाओं के स्थल निरीक्षण एवं प्रगति समीक्षा हेतु सम्बन्धित अधिकारियों के साथ प्रस्थान किया
गया। (क) सबसे पहले उन्होंने सुल्तानपुर रोड पर चलकर इन्दिरा नहर से आउटर रिंग रोड के किसान पथ के नाम से जाने वाले लगभग 12 कि0मी0 लम्बे मार्ग का निरीक्षण किया गया। (ख) सुल्तानपुर मार्ग से अयोध्या मार्ग से बीच नहर के दोनो ओर तीन-तीन लेन के
इस मार्ग की लगभग 10.11 कि0मी0 का निर्माण कार्य 297.00 रू0 करोड़ की लागत से लो0नि0वि0 द्वारा पूरा कर लिया गया है।
(ग) इस मार्ग के बीच में उत्तर रेलवे की लखनऊ-बाराबंकी रेलवे लाइन गुजरती है जिसके ऊपर रेल सेतु का निर्माण, रेल विभाग द्वारा रेलवे ट्रैक के ऊपर और उसके अगल-बगल के एप्रोच स्पैन का निर्माण सेतु निगम द्वारा किया गया है। यह भी पूर्ण हो चुका है। इसके अतिरिक्त सेतु निगम द्वारा गोमती नदी के ऊपर और दो माइनर आउटलेट पर भी ब्रिज का निर्माण कार्य पूरा कर दिया गया है। सेतु निगम और रेलवे के द्वारा किये गये कार्यो की कुल लागत लगभग 360 करोड़ है। रेल ओवरब्रिज की ऊॅंचाई रेल पटरी से 12.7 मीटर है और स्पैन एक ओर 52 मीटर और दूसरी ओर 43.8 मीटर है, लागत 94.37 करोड़ रू0 है। (घ) आउटर रिंग रोड के एलाइनमेंट में लगभग 22 किमी0 लम्बी नहर पटरी का प्रयोग सर्विस रोड के अतिरिक्त नहर पटरी का किया गया है। किसान पथ का अतिरिक्त आकर्षण यह भी है कि यह नहर के दोनो ओर चलती हुई गोमती नदी और एक्वाडक्ट के ऊपर से गुजरती है और मार्ग में नहर का पूरा द ृश्य भी मिलता है। (ड) किसान पथ को सुल्तानपुर रोड से जोड़ने के लिए 1.7 और 1.2 मीटर लम्बे और 7 मीटर चैड़े लिंक मार्ग का निर्माण लगभग 24 करोड़ रू0 की लागत से प्रगति पर है जो दिसम्बर के अन्त  तक पूरा हो जायेगा। आउटर रिंग रोड के अयोध्या मार्ग से सुल्तानपुर रोड के मध्य ट्र ैफिक चलने लगेगा। सुल्तानपुर रोड पर आउटर रिंग रोड की क्रासिंग के ऊपर ‘‘क्लवर-लीफ’’ का निर्माण प्रारम्भ हो चुका  है जिसकी दैनिक 42 हजार वाहनों की संचालन क्षमता के लिए डिजाइन की गयी है। (च) इसके प्रारम्भ होते ही शहीद पथ से होकर गुजरने वाले और
पॉलीटेक्निक-कमता-चिनहट से गुजरने वाले समस्त भारी वाहन इस मार्ग से चलने लगे ंगे ं जिससे कि शहर के इन आंतरिक क्षेत्रों में जाम और प्रदूषण से मुक्ति मिलेगी। 2. इसके उपरान्त माननीय जी द्वारा अयोध्या मार्ग से पॉलीटेक्निक और मुंशी पुलिया होते हुए टेढ़ी पुलिया क्रासिंग (कुर्सी रोड) का निरीक्षण किया गया। (क) यहां पर बड़ी संख्या में भारी वाहनों के आवागमन के कारण निरंतर जाम की स्थिति बनी रहती थी। इस चैराहे से होकर 24 घंटे में गुजरने वाले वाहनों के वार्षिक औसत दैनिक ट्रैफिक का अध्य्यन किये जाने पर जानकारी हुई कि कुल लगभग 25 हजार से ऊपर वाहन यहां से गुजरते हैं। यह संख्या आने वाले वर्षो में और भी अधिक निरंतर बढ़ते जाने का अनुमान है जिससे जाम की स्थिति और बदतर होती जाती। (ख) इसके निदान हेतु लगभग 83 करोड़ रू0 की स्वीकृत लागत से 1.83 कि0मी0 लम्बे और चार लेन वाले फ्लाईओवर का निर्माण यहां अन्तिम चरण में है। इसमे ं चैराहे पर 50-50 मीटर लम्बे स्टील के 12 गर्डर चढ़ाये गये है ं और वटि कल क्लीरेंस 6 मीटर से अधिक दिया गया है जिससे चैराहे पर कोई बाधा न उत्पन्न हो। इसके अतिरिक्त 40 कंक्रीट गर्डर चढ़ा दिये गये है ं, 38 अभी अभी  चढ़ने बाकी हैं। पूरा कार्य दो माह में हो जाने की आशा है। (ग) इसके प्रारम्भ होने से सीतापुर रोड एन0एच0-24 की ओर से होकर टेढ़ी पुलिया, कुकरैल फ्लाईओवर और मुंशी पुलिया जाने वाले वाहनों की गति में बहुत तेजी आयेगी। इसकी प्रकार मुंशी पुलिया, खुर्रमनगर चैराहे और टेढ़ी पुलिया से होकर सीतापुर रोड जाने वाले ट्रैफिक का भी समय बहुत घट जायेगा और प्रदूषण भी घटेगा।
(घ) इसी क्रम में यह उल्लेख भी महत्वपूर्ण है कि इंजीनियरिंग कालेज, मड़ियांव चैराहा की ‘ज्यामेट्री’ त्रुटिपूर्ण होने और भारी आवागमन के कारण अत्यधिक जाम और दुर्घटना की स्थिति बनी रहती है। साथ ही आई0आई0एम0 मोड़ पर भी टी-जंक्शन पर जाम बना रहता है। इसके निदान हेतु माननीय जी द्वारा मड़ियांव से आई0आई0एम0 मोड़ होते हुए भिठौली मोड़ तक 150 करोड़ रू0 की लागत से एक लम्बे फ्लाईओवर की भीएन0एच0ए0आई0 से स्वीकृति करा दी गयी है जिसकी डी0पी0आर0 तैयार होकर शीघ्र
कार्य प्रारम्भ होगा। (ड) इसके अतिरिक्त खुर्रमनगर चैराहा भी भारी ट्रैफिक जाम से  ग्रस्त रहता है। इसके ऊपर एक ‘‘क्लवर लीफ’’ भी स्वीकृत करायी गयी है जिसकी ‘‘चार लीफ’’ तो चैराहे के आर-पार जायेगी और ‘‘दो लीफ’’ दाहिनी ओर कुकरैल फ्लाईओवर पर उतरेगी।
भारत सरकार के भूतल परिवहन मंत्रालय से इसकी स्वीकृति कराई गयी है और डिजाइन कन्सेलटे ंट द्वारा ड्रांइंग तैयार की जा रही है।
(च) इस प्रकार समग्र परिकल्पना यह है कि मुंशी पुलिया और खुर्रमनगर की ओर से टेढ़ी पुलिया होता हुआ  मड़ियांव-आई0आई0एम0 फ्लाईओवर पर से तेजी से ट्रैफिक गुजर जायेगा और कहीं भी जाम की स्थित नहीं बनेगी। (छ) इसी प्रकार से सीतापुर रोड की ओर से आकर टेढ़ीपुलिया और खुर्रमनगर चैराहों पर फ्लाईओवर से कुकरैल फ्लाईओवर की ओर जाने वाला और मुु ंशी पुलिया की ओर जाने
वाला ट्रैफिक तेजी से निकल जायेगा जिससे यह पूरा क्षेत्र निरंतर जाममुक्त रहेगा और बड़े पैमाने पर प्रदूषण भी घटेगा। अगले 10 वर्षो में ही इस ट्रैक पर वाहन संचालन दो गुना हो जाना सम्भव है। इसके उपरान्त माननीय जी द्वारा गुरूगोविन्द सिंह मार्ग पर  लालकुआं से प्रारम्भ होकर बांसमण्डी चैराहा और नाका चैराहा के ऊपर से गुजरने वाले 130 करोड़ रू0 की लागत से बनाये गये  लगभग
1.5 किमी0 लम्बे तीन लेन फ्लाईओवर जिसका अभी हाल में ही लोकार्पण किया गया था, का स्थल निरीक्षण किया गया। (क) एक अनुमान के अनुसार बांसमण्डी और नाका चैराहों से होकर राजाजीपुरम, पुराने लखनऊ, ऐशबाग और राजेन्द्रनगर से विधानसभा सचिवालय की ओर प्रतिदिन आने-जाने वाले वाहनों की संख्या लगभग 20 से 25 हजार है और उसके अतिरिक्त लाटूस रोड से चारबाग और गणेशगंज-रकाबगंज की ओर से आकर चारबाग जाने वाले वाहनों की संख्या भी लगभग 20 से 25 हजार दैनिक है। (ख) इस फ्लाईओवर के बन जाने से राजाजीपुरम और पुराने लखनऊ से विधानसभा क्षेत्र तक और बांसमण्डी तथा नाका चैराहा से होकर प्रतिदिन गुजरने वाले लगभग 35 से 40 हजार वाहनों का यात्रा समय और प्रदूषणघट गया है। माननीय जी द्वारा बताया गया कि तुलसीदास मार्ग पर 135 करोड़ रू0 की लागत से 2.5 कि0मी0 लम्बे फ्लाईओवर का निर्माण भी अन्तिम चरण में है। तेजी से बढ़ते हुए लखनऊ में निर्माणाधीन आउटर रिंग रोड, 7 फ्लाईओवरों और लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस-वे जिसका कार्य मार्च, 2021 से प्रारम्भ होने की आशा है, गोमतीनगर रेल टर्मिनस, एअरपोर्ट के दो नये टर्मिनल और राष्ट्रीय राजमार्गो के चैड़ीकरण के फलस्वरूप आंतरिक और वाह्य आवागमन में तेजी आने के फलस्वरूप कारोबार और रोजगार में अत्यधिक वृद्धि होगी। भ्रमण के दौरान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के साथ प्रदेश सरकार ने मंत्री महेंद्र सिंह, सासंद प्रतिनिधि दिवाकर त्रिपाठी, महानगर महामंत्री पुष्कर शुक्ला भी उपस्थित रहे।

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