अवधनामा संवाददाता हिफजुर्रहमान
जलभराव और गंदगी से जूझ रहा उजनेह गांव
गोहांड (हमीरपुर): एक तरफ सरकार पर्यावरण को स्वच्छ और सुंदर रखने के लिए साफ सफाई पर विशेष जोर दे रही है। वही जनपद के ज्यादातर गांव में साफ सफाई के नाम पर हवाहवाई के चलते सफ़ाई कर्मचारी मनमानी कर रहे हैं। गांव में तैनात ज्यादातर सफाई कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी का सही तरीके से निर्वहन नहीं कर रहे हैं। जिससे जनपद के ज्यादातर गांव में गंदगी का अंबार लगने से हाल बेहाल है जिससे तरह-तरह की बीमारियां फैलने से लोगों के अंदर वह व्याप्त है ऐसा ही एक मामला विकासखंड क्षेत्र के गांव उजनेह के ग्रामीणों ने सफाई कर्मचारी के विरूद्ध मोर्चा खोल दिया। जहां नाराज ग्रामीणों ने बताया कि गांव की साफ सफाई के लिए सफाई कर्मचारी माता प्रसाद को गांव में ज़िम्मेदारी दी थी। लेकिन बराबर 7 सालो से गांव में साफ सफाई करने नही आता और गोहांड ब्लॉक में अपनी हाजरी लगवाता रहता है। हालांकि ग्रामीणों का कहना है कि सफ़ाई कर्मचारी के विरूद्ध कई बार शिकायत की लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। और गांव में सफाई कर्मचारी ना आने से सफ़ाई व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो चुकी है। बताया की गांव में जगह जगह गंदगी और कूड़े के ढेर लगे हुए है। और सड़को पर कीचड़ युक्त गंदा पानी भरा रहने और नालियों की सफाई न होने से लोगो को हर समय संक्रमण का खतरा बना रहता है। आक्रोशित ग्रामीणों ने बताया कि शिकायत के बात भी ग्राम प्रधान सहित सचिव और खंड विकास अधिकारी कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति करते हैं। कार्यवाही नही, जबकि सफाई कर्मचारी को बराबर सरकार द्वारा वेतन मिल रहा है लेकिन फिर भी अपनी जिम्मेदारी से भागते नजर आ रहे हैं। शिव कुमार, रमाकांत, संदीप कुमार, अशोक कुमार, राजेश कुमार, सुरेंद्र कुमार, जय प्रकाश, शंकर लाल, खेमचंद्र, सोनू लाल सिंह आदि ग्रामीणों ने बताया कि सफाई कर्मचारी 7 साल से गांव नही आ रहा जिसकी शिकायत के बाद भी समस्या का अब तक समाधान नहीं हुआ। गांव के लोगो ने सफाई कर्मचारी के खिलाफ कार्यवाही की मांग करते हुए किसी अन्य सफाई कर्मचारी को गांव में नियुक्ति किए जाने की मांग की है। ग्राम विकास अधिकारी शत्रुघ्न सिंह ने बताया कि गांव में कोई भी सफाई कर्मचारी तैनात नही है अन्य सफाई कर्मचारी को साफ सफाई करने के लिए भेजा गया है।