जिले के बेगूं थाना क्षेत्र में स्थित पर्यटन स्थल मेनाल के झरने में सोमवार दोपहर बहे युवक का शव करीब 48 घंटे बाद मिला है। झरने में नीचे गिरने के बाद करीब 60 फीट दूर तक यह युवक कर बह कर गया है। एनडीआरएफ की टीम ने बुधवार सुबह जल्दी तलाशी अभियान शुरू कर दिया था। डेढ़ घंटे की तलाशी के बाद बुधवार को शव मिल गया। इसके शव को बेगूं चिकित्सालय की मोर्चरी में ले जाया गया है। यहां पोस्टमार्टम की कार्रवाई हुई।
बरसात के मौसम में मेनाल का झरना पूरे वेग से बह रहा है। यहां बड़ी संख्या में लोग पर्यटन के लिए आ रहे हैं। भीलवाड़ा निवासी कन्हैयालाल बैरवा भी सोमवार को अपने मित्र अक्षित के साथ पिकनिक मनाने के लिए मेनाल झरने पर आया था। यहां सेल्फी लेने के दौरान संतुलन बिगड़ गया तथा यह पानी में झरने की और बहने लगा। जहां से झरना गिरता है उसके थोड़े पहले लगी चैन को इसने पकड़ लिया था। लोगों ने इसे बचाने का भी प्रयास किया लेकिन बाद में यह 150 फीट की ऊंचाई से झरने में गिर गया। तब से ही सिविल डिफेंस चित्तौड़गढ़ व एनडीआरएफ की टीम तलाश में जुटी हुई थी। शव नहीं मिलने पर मंगलवार को कोटा से एनडीआरएफ की विशेष टीम को बुलाया गया जो पानी के भीतर जाकर तलाश करती है। मंगलवार शाम को अंधेरा होने तक शव का कहीं पता नहीं चल पाया। इस पर अभियान रोक दिया गया था। वहीं बुधवार सुबह करीब 5.30 बजे ही एनडीआरएफ की टीम जोगणिया माता पुलिस चौकी के कांस्टेबल सुनील व सुरेंद्र के साथ झरने के पानी में उतरी। करीब डेढ़ घंटे तक यहां तलाशी अभियान चलाया गया। जहां झरना गिर रहा है उससे 60 फीट की दूरी पर युवक कन्हैया का शव मिल गया। इसके शव को निकाल कर टीम ऊंचाई पर लेकर आई है। शव को एंबुलेंस की सहायता से बेगूं चिकित्सालय पहुंचाया गया। यहां पुलिस ने पोस्टमार्टम की कार्रवाई की है।
गौरतलब है कि मेनाल झरने पर लोग पिकनिक मनाने के दौरान लापरवाही दिखाते हैं। इससे आए दिन हादसे होते रहते हैं। यहां चेतावनी बोर्ड भी लगा हुआ है लेकिन लोग इसे अनदेखा कर हादसे का शिकार हो रहे हैं।