जिले के निंबाड़ा उपखंड क्षेत्र में आने वाले चरलिया ब्राह्मण गांव में दो दिन पूर्व शनिवार को नदी में बहे दोनों ही किशोर के शव सोमवार सुबह मिल गए। नदी में दो दिन से तलाशी अभियान जारी था। जहां से दोनों किशोर बहे वहां से करीब एक किलोमीटर आगे दोनों के शव मिले दिखाई दिए। शव स्वत: ही सतह पर आ गए। सिविल डिफेंस चित्तौड़गढ़ की टीम ने दोनों के शव को बाहर निकाला। सूचना मिलने पर ग्रामीण व पुलिस में मौके पर पहुंची है। दोनों के शव को निंबाहेड़ा चिकित्सालय पर पहुंचाए हैं, जहां पर पोस्टमार्टम की कार्रवाई होगी।
जानकारी में सामने आया कि निंबाहेड़ा उपखंड क्षेत्र से होकर बह रही कदमाली नदी में शनिवार सुबह करीब 10 बजे कुछ किशोर नहा रहे थे। इसी दौरान मध्यप्रदेश में हुई बरसात के कारण नदी का बहाव अचानक तेज हो गया। कुछ किशोर तो समय रहते नदी से बाहर निकल गए। लेकिन निम्बाहेड़ा नगर क्षेत्र निवासी अंकित माली पुत्र कन्हैयालाल माली एवं चिंटू पुत्र बाबूलाल भील बाहर नहीं निकल पाए। इससे यह दोनों किशोर नदी के बीच पानी में ही फंस गए। बहाव तेज हुआ तो किशोर बह गए। इसकी जानकारी मिलने पर चित्तौड़गढ़ से सिविल डिफेंस की टीम 25 मिनट में ही मौके पर पहुंच गई। सिविल डिफेंस की टीम ने तलाशी ली लेकिन शव नहीं मिले। ऐसे में राज्य आपदा प्रबंधन की टीम को भी बुलाया गया। दो दिन तक दोनों टीम लगातार तलाशी लेती रही। लेकिन किशोर के शव नहीं मिले थे। ऐसे में रविवार को अंधेरा होने के बाद अभियान रोक दिया। वहीं सोमवार सुबह करीब 8 बजे दोनों ही किशोर के शव नदी में तैरते दिखाई दिए। इस पर सिविल डिफेंस की टीम ने दोनों ही के शव को बाहर निकाला। बताया गया कि किशोर के शव करीब एक किलोमीटर आगे मिले। वहीं दोनों शव में दूरी करीब 100 मीटर की थी। इधर, किशोर के नदी में बहने के बाद दो दिन से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था। इनके शव को निंबाहेड़ा चिकित्सालय ले गए, जहां पोस्टमार्टम की कार्रवाई जा रही है। दोनों के शव मिलने के बाद बचाव दल और प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है। मौके पर सिविल डिफेंस से राजकुमार भोई, कैलाशचन्द्र वैष्णव, रतनलाल भोई, रामलाल भोई, मुकेश भोई, नारायण कीर, रतनलाल भोई, भैरूलाल भोई आदि की टीम बचाव के लिए पहुंची